पलवल : वर्ष 2047 में पहले नंबर पर होगी भारत की अर्थव्यवस्था : खेल मंत्री
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- Nov 11, 2024
पलवल, 11 नवंबर (हि.स.)। प्रदेश सरकार में खेल, युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता, कानून विधायी राज्य मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि बच्चे हमारे देश के भाग्य विधाता हैं, शिक्षकों व अधिकारियों को चाहिए कि वे बच्चों को अवसर देकर बच्चों की प्रतिभा निखारें ताकि ये जिला के साथ-साथ प्रदेश, देश व दुनिया में इस इलाके का नाम रोशन कर सकें। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 में भारत विकसित व विकासशील भारत होगा और दुनिया में भारत की अर्थव्यवस्था पहले नंबर पर होगी। ये बच्चे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2047 तक भारत देश को विकसित व विकासशील भारत बनाने के सपने सच करने में अपनी योग्यता व काबिलियत के आधार पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और इस महत्वपूर्ण पल के साक्षी बनेंगे।
खेल मंत्री गौरव गौतम सोमवार को जिला बाल कल्याण परिषद पलवल की ओर से पलवल शहर के सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम के इंडोर स्टेडियम में आयोजित बाल दिवस पारितोषिक वितरण समारोह का बतौर मुख्य अतिथि दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ करने उपरांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम बच्चों में छुपी हुई प्रतिभा को निखारने के लिए मंच प्रदान करते हैं और हर क्षेत्र में निपुण बनाते हैं। ये कार्यक्रम बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करने का भी अवसर प्रदान करते हैं।
राज्य मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि बच्चों को आगे बढ़ने का अवसर देकर हर क्षेत्र में आने वाली कठिनाइयों से निपटने के लिए तैयार किया जा सकता है, जिससे ये देश के विकास में अपना अमूल्य योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि हर बच्चे में प्रतिभा है और उसे अवसर प्रदान कर निखारा जा सकता है। उन्होंने कहा कि ये बच्चे तमाम प्रतिभाओं के गुणी हैं। इनको अवसर प्रदान किए जाने चाहिए ताकि इन्हें भविष्य में आने वाली कठिनाइयों से निपटने का तरीका सिखाया जा सके। उन्होंने कहा कि जिला बाल कल्याण परिषद के अधिकारी इस क्षेत्र के बच्चों की प्रतिभा निखारकर देश-दुनिया के प्लेटफार्म पर लेकर जाएं।
इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया, अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी, उप-निदेशक खेल विभाग, जिला बाल कल्याण अधिकारी सुरेखा डागर सहित अन्य संबंधित अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / गुरुदत्त गर्ग