पारा ने पहलगाम हमले को कश्मीर के लोगों को विभाजित करने के उद्देश्य से एक सांप्रदायिक कृत्य बताया
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- Apr 28, 2025

श्रीनगर, 28 अप्रैल (हि.स.)। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के विधायक वहीद पारा ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बातचीत करने के बजाय न्याय की आवश्यकता पर जोर दिया।
हमले को संबोधित करने के लिए जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विशेष सत्र से पहले जब पारा से पूछा गया कि क्या इस मामले पर पाकिस्तान के साथ बातचीत होनी चाहिए तो उन्होंने कहा कि इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि न्याय होना चाहिए।
पारा ने हमले की निंदा करते हुए इसे कश्मीर के लोगों को विभाजित करने के उद्देश्य से एक सांप्रदायिक कृत्य बताया।
उन्होंने आगे कहा कि हमले को लेकर कश्मीर में इस तरह का आक्रोश 30 साल बाद देखा गया।
पीडीपी नेता ने कहा कि मुझे लगता है कि हिंसा के इस कृत्य के खिलाफ कश्मीर में एक मजबूत असंतोष है और यह एक सांप्रदायिक कृत्य है। वे आतंकवादी हमें तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। कश्मीर के लोग देश के साथ खड़े हैं। वे देश के दर्द को समझते हैं और इस हमले में जो लोग मारे गए वे हमारे शहीद हैं और हम इस स्थिति में देश के साथ है।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि भारत सरकार जवाब देगी। लेकिन कश्मीर से मैं कहूंगा कि पिछले 30 वर्षों में पहली बार हिंसा के खिलाफ तीव्र आक्रोश है।
एक अलग बयान में भाजपा नेता शगुन परिहार ने कहा कि पाकिस्तान की पूरी राजनीति भारत में एक विशेष समुदाय को निशाना बनाने तक सीमित हो गई है और प्रधानमंत्री मोदी के पास इसका माकूल जवाब देने की पर्याप्त क्षमता है।
परिहार ने कहा कि पाकिस्तान की पूरी राजनीति इस बात तक सीमित हो गई है कि वे भारत में एक विशेष समुदाय को कितना निशाना बना सकते हैं। हमारे प्रधानमंत्री उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।
पहलगाम में हुआ हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में हुए सबसे घातक हमलों में से एक है जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान बलिदान हुए थे। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता