कैथल: सचिवालय के पास ओवरब्रिज बनाने के विरोध में एकजुट हुए शहर की दर्जनों कालोनियों के लोग
- Admin Admin
- Jan 30, 2025
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल 5 पांच बार चुके हैं एलिवेटेड ट्रैक बनाने की घोषणा
सीएम नायब सैनी भी खा चुके हैं एलिवेटेड ट्रैक बनने की खुशी के लड्डू
-एलिवेटेड ट्रैक नहीं बना तो सचिवालय, शमशान घाट, हनुमान वाटिका सहित हुडा सेक्टरों में जाने वालों को होगी परेशानी
कैथल, 30 जनवरी (हि.स.)। कैथल लघु सचिवालय के पास रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज बनाने के विरोध में गुरुवार काे शहर की दर्जनों कालोनियों के लोगों ने एकत्रित होकर इसका विरोध किया। इससे पूर्व उन्होंने अपनी मांगों का एक ज्ञापन डीसी प्रीति को भी सौंपा। इस संदर्भ में हनुमान वाटिका के पास एक होटल में कालोनियों के लोगों ने एकत्रित होकर एक बैठक की।
बैठक में इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, सांसद नवीन जिंदल व मनोहर लाल खट्टïर से मिलने की बात पर चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता कर रहे मा. रघुवीर सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टïर इस रेलवे फाटक पर एलिवेटिड ट्रैक बनाने की अपने कार्यकाल में 5 बार घोषणाएं कर चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टïर, पीडब्ल्यूडी विभाग व रेलवे विभाग के अधिकारियों की बैठक भी इस संदर्भ में हो चुकी है। पिछले दिनों रेलवे के उच्च अधिकारियों ने कैथल में एलिवेटेड ट्रैक बनाने की बात भी मनोहर लाल खट्टïर के समक्ष कही थी। रमन सचदेवा, जितेन्द्र सचदेवा, महेन्द्र, कर्मवीर, रेल यात्री कल्याण समिति के प्रधान बलवान जटान, वरिष्ठï उपप्रधान लाजपतराय सिंगला, विक्रम बंसल आदि का आरोप है कि पीडब्ल्यूडी विभाग के कुछ अधिकारी इस मुद्दे को लेकर उच्च अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं। सही बात यह है कि उन अधिकारियों को वास्तविक ज्ञान नहीं है।
मा. रघुवीर सिंह ने बताया कि जब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कुरूक्षेत्र लोकसभा से सांसद थे तो उन्होंने भी इस रेलवे एलिवेटेड ट्रैक बनाने की उनकी मांग में उनका सहयोग किया था। नायब सैनी इस बात के लड्डू भी खा चुके हैं। उन्होंने कैथल के लोगों के सामने स्वयं कहा कि था कि अब यहां ओवरब्रिज नहीं, बल्कि एलिवेटिड ट्रैक बनेगा। अपनी इस समस्या को लेकर कई कालोनियों के लोग सांसद निवास पर भी गए और कहा कि उनकी मांग है कि यहां ओवरब्रिज ना बनाकर एलिवेटेड ट्रैक बनाया जाएगा।
यह क्षेत्र हो जाएगा खत्म, लोगों को होगी परेशानी
उन्होंने कहा कि अगर यहां ओवरब्रिज बनाया जाता है तो जिला सचिवालय, बस अड्डïा, जाट शिक्षण संस्थान, हनुमान वाटिका, शमशान घाट, ट्रैफिक पार्क, बाल भवन, हुडा सेक्टर 18 और 19, वैष्णो कालोनी, फ्रेंडस कालोनी, बलराज नगर, बालाजी कालोनी, मार्केट सहित शहर एक बहुत बड़ा हिस्सा बर्बाद हो जाएगा। ओवरब्रिज पर चढ़ाई के कारण हजारों ई रिक्शा वालों का कारोबार बंद हो जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेश कुमार भारद्वाज