गायत्री शक्तिपीठ में व्यक्तित्व परिष्कार सत्र का आयोजन

सहरसा, 1 सितंबर (हि.स.)।

गायत्री शक्तिपीठ में रविवार को व्यक्तित्व परिष्कार सत्र आयोजित हुई।

व्यक्तित्व परिष्कार सत्र को संबोधित करते हुए डा अरुण कुमार जायसवाल प्रज्ञा गीत के माध्यम से कहा गुरुदेव कहते हैं हमारा दृढ़संकल्प है नया संसार बनायेंगे।आज दुनिया जिस गर्त में पड़ा है उस स्थिति में कोई तो आगे आये,जो हमारे जीवन को हमारे समाज को हमारे राष्ट्र को हमारे संस्कृति के मूल्यों को फिर से स्थापित करे।

उन्होंने कहा कि आज के दिनों में यह महत्वपूर्ण बात है।इसके समाधान में आजकल की परिस्थितयां और कुछ जटिल लोगों का सामना करना पड़ता है।आजकल यह बहुत गहरा प्रश्न है।कहीं भाई भाई में,पति-पत्नी में, (भाई बहन में कभी एक दूसरे राष्ट्र से भी लड़ाई होती है,अगर आप सोचते हैं यह अपने आप ठीक हो जाएगा।यह सोच आपका गलत भी हो सकता है।इससे तनाव बढ़ जाता है।कैसे खुश रहे महत्वपूर्ण बात है।जटिल लोगों से बचके रहना है।हम कैसे शांत रहें।कभी कभी परिस्थितियां भी आपको भड़का सकती है और कुछ लोग भी उसकायेगे।ऐसी स्थिति में आप शांत रहें कोई प्रतिक्रिय न दें।सोच समझकर प्रतिक्रिया दें,जिससे हमारा समाज भी बना रहे इसलिए अच्छे व्यक्ति से मित्रता करिए।सबसे हिलमिल रहिए और तनाव दबाव मुक्त रहिए।

बैठक के समाप्ति के पश्चात प्रखंड समितियों का पुनर्गठन किया गया तथा भविष्य के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया।अपने क्षेत्रीय समस्याओं को साझा किया गया। जिला से 125 परिजनों प्रशिक्षण के लिए शांतिकुंज भेजा गया।जहां उनका सत्र 30 अगस्त से 3 सितम्बर तक चलेगा तथा 15 से 17नवम्बर को शांतिकुंज में ज्योति कलश यात्रा प्रशिक्षण आयोजित होगी।

हिन्दुस्थान समाचार / अजय कुमार

   

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