प्रधानमंत्री की शीतकालीन यात्रा से पर्यटन व्यवसाय काे लगेंगे पंख

प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम काे लेकर जाेराें पर तैयारियां

उत्तरकाशी , 17 फ़रवरी (हि.स.) । प्रधानमंत्री

नरेन्द्र मोदी का आगामी 27 फरवरी को प्रस्तावित मुखवा-हर्षिल कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन युद्ध स्तर से तैयारियाओं में जुटा हैं। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने आलाधिकारियों काे बैठक में प्रधानमंत्री के संभावित भ्रमण कार्यक्रम को लेकर सभी आवश्यक तैयारियों को समय से पूरा करने के निर्देश दिए हैं।

उत्तरकाशी जिले के सीमांत मुखवा गांव स्थित गंगा जी के शीतकालीन प्रवास स्थल स्थित गंगा मंदिर में दर्शन-पूजन कर शीतकालीन यात्रा में हिस्सा लेंगे। जिला प्रशासन के स्तर पर प्रधानमंत्री के संभावित भ्रमण कार्यक्रम की रूपरेखा तय करने और विभिन्न तैयारियां को लेकर कवायद तेज कर दी गई है। प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए सीमांत क्षेत्र के वाइब्रेंट विलेज- हर्षिल में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाने की तैयारी की जा रही हैं। मुखवा में पार्किंग व रास्तों के निर्माण व सौंदर्यीकरण से जुड़े कार्य कराए जा हैं। इस क्षेत्र में सड़कों की दुरस्त किए जाने के साथ ही क्रश बैरियर्स की स्थापना, सड़कों के किनारें पर दीवालों व पैरापिट निर्माण जैसे सुरक्षात्मक कार्य भी संपन्न कराए जा रहे हैं।

क्षेत्र में हिमपात से पानी जमने के कारण पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त होने की समस्या के समाधान के लिए करीब 5 किमी लंबाई के एचडीपीई पाइप बिछाए जाने का कार्य भी प्रगति पर है। बिजली की सुचारू व निर्बाध आपूर्ति के लिए पुराने पोल व लाइन बदलने के साथ ही अन्य वैकल्पिक प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे है। क्षेत्र में कूड़ा प्रबंधन एवं टॉयलेट्स व्यवस्था को लेकर भी काम किए जा रहे हैं।

जिलाधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री के आगमन पर प्रस्तावित कार्यक्रम समूचे राज्य के शीतकालीन पर्यटन को बढावा देने पर केन्द्रित होंगे। लिहाजा सभी संबंधित विभाग इसके लिए अपने मुख्यालय स्तर से समन्वय बनाकर सभी तैयारियां सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री के आगमन पर सेना, आईटीबीपी, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान व पर्यटन विभाग के सहयोग से सीमांत क्षेत्र के लिए ट्रैकिंग अभियान एवं माउंटेन बाइक, एटीवी व आरटीवी रैलियों का आयोजन किया जाना भी प्रस्तावित है।

दुल्हन की तरह सजा गंगाेत्री का मायका मुखवा

उत्तराखंड के शीतकालीन चार धाम यात्रा की ब्रांडिंग के लिए प्रधानमंत्री के पहुंचने पर उत्सव जैसा माहाैल है। मुखवा -हर्षिल काे दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि मंदिर में रंग-रोगन के साथ ही मुखवा गांव काे भी सजाया जा रहा है। गांव में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। उन्हाेंने बताया कि मां गंगा का जो स्थानीय खानपान का भोग लगता है, वही उनको भोग के रूप में दिया जाएगा और साथ में मां गंगा की कलश भेंट कर उनका स्वागत किया जाएगा।

भारत चीन सीमा पर पीएम मोदी करेंगे दो नए ट्रेक रूटों का उद्घाटन

उत्तरकाशी जिले में चीन सीमा से सटे जादूंग से जनकाताल और नीलापानी विसे मुलिंग-ला नए ट्रेक रूट विकसीत किये जा रहें हैं। जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शीतकालीन यात्रा के दौरान दो नए ट्रेक रूटों का भी उद्घाटन करेंगे।

गौरतलब है कि इन दो नए ट्रेक रूटों के उद्घाटन से उत्तरकाशी के पर्यटन व्यवसाय पर नए पंख लगेंगे ।

चीन सीमा पर वाइब्रेंट विलेज के तहत जादुंग गांव में बन रहे होमस्टे

जादुंग गांव में हाेम स्टे का निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके लिए शासन की ओर से करीब साढ़े तीन करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई थी। इस सबंध में वन विभाग की स्वीकृति मिलने के बाद जीएमवीएन की टीम ने वहां पर कार्य शुरू कर दिया है। इसमें 17 होमस्टे का निर्माण किया जाना है।

फिर बसेगा जादुंग गांव

पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बसे गांवों को दोबारा बसाने के लिए कवायद शुरू की गई है।

इस योजना के तहत 1962 में भारत-चीन युद्ध के समय उत्तरकाशी जनपद में खाली किए गए जादुंग और नेलांग के ग्रामीणों को दोबारा वहां पर बसाने की तैयारी है। लड़ाई के समय इन गांवों के ग्रामीणों को हर्षिल के समीप बगोरी गांव में बसाया गया था। वहीं, शीतकाल में यह ग्रामीण डुंडा विकासखंड के वीरपुर गांव में रहते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / चिरंजीव सेमवाल

   

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