किश्तवाड़ में पाकिस्तान से अपना नेटवर्क चला रहे 11 आतंकवादी कमांडरों की करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त

किश्तवाड़, 24 जनवरी (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी नेटवर्क को बड़ा झटका देते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस की विशेष जांच इकाई (एसआईयू) ने किश्तवाड़ जिले में पाकिस्तान से अपना नेटवर्क चला रहे 11 आतंकवादी कमांडरों की करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है।

इस ऑपरेशन को राज्य में आतंकवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई और चिनाब घाटी क्षेत्र में उग्रवाद को पुनर्जीवित करने के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) जावेद इकबाल और पुलिस उपाधीक्षक (डीवाईएसपी) विशाल शर्मा के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में उन व्यक्तियों को निशाना बनाया गया जिनके बारे में माना जाता है कि वे क्षेत्र को अस्थिर करने के उद्देश्य से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में शामिल थे। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार किश्तवाड़ मूल के लगभग 36 आतंकवादी वर्तमान में पाकिस्तान से काम कर रहे हैं जो घाटी में हिंसा और अशांति को फिर से भड़काने के लिए आतंकी समूहों के साथ सहयोग कर रहे हैं। जमीन और जब्त की गई संपत्तियां उन कमांडरों से जुड़ी हैं जो सीमा पार से आतंकी अभियानों के वित्तपोषण और योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। इन संपत्तियों को जब्त करके कानून प्रवर्तन अधिकारियों का लक्ष्य ऐसी गतिविधियों को बनाए रखने वाले वित्तीय और रसद समर्थन को बाधित करना है।

पुलिस ने इस बात पर जोर दिया है कि ये कार्रवाई आतंकी संगठनों और उनके मददगारों की परिचालन क्षमता को कमजोर करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। जांच के दायरे में आने वाले व्यक्तियों में किश्तवाड़ के राहलथल मुगल मैदान निवासी हाशिम गुज्जर का बेटा गुलाबू भी शामिल है। माना जाता है कि वह पाकिस्तान स्थित समूहों के साथ मिलकर आतंकी अभियानों में सक्रिय रूप से शामिल रहा है। एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में उसकी पहचान स्थानीय संबंधों को उजागर करती है जिसका आतंकवादी अक्सर सीमा पार उग्रवाद को बढ़ावा देने के लिए फायदा उठाते हैं। अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए आतंकवाद से जुड़ी संपत्तियों के खिलाफ अपनी कड़ी निगरानी और कानूनी कार्रवाई जारी रखने की कसम खाई है। यह ऑपरेशन आतंकवाद से उत्पन्न खतरे को कम करने और क्षेत्र में आतंकी ढांचे को खत्म करने की सरकार की बड़ी रणनीति का एक हिस्सा है। चिनाब घाटी और उसके आसपास सक्रिय आतंकी समूहों पर बढ़ते दबाव के चलते अधिकारियों ने जोर देकर कहा है कि ये कार्रवाइयां न केवल आतंकवादियों को बल्कि उन्हें पोषित करने वाले वित्तीय चैनलों को भी निशाना बनाती रहेंगी जो क्षेत्र को अस्थिर करने की कोशिश करने वालों को एक कड़ा संदेश भेजेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह

   

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