
भागलपुर, 14 मई (हि.स.)। आनन्दराम ढांढनियाँ सरस्वती विद्या मंदिर एवं रघुनंदन गोयनका सरस्वती शिशु वाटिका, भागलपुर में प्रांतीय शिशु वाटिका प्रशिक्षण वर्ग के तृतीय दिवस बुधवार का शुभारंभ अग्निहोत्रम कार्यक्रम से हुआ। जिसमें वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन का कार्यक्रम संपन्न हुआ।
प्रथम सत्र में अभिभावक सह शिशु प्रशिक्षण विषय पर अनीता सिन्हा ने चर्चा की। उन्होंने क्रिया आधारित शिक्षा पर जोर देते हुए बच्चों और अभिभावकों के साथ क्रियाकलापों की शानदार प्रस्तुति की। इस सत्र का अवलोकन क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्याली राम, प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा और जिला निरीक्षक विनोद कुमार एवं वीरेंद्र कुमार ने किया।
द्वितीय सत्र में शिशु शिक्षा में अभिभावक प्रबोधन का महत्व विषय पर चर्चा हुई। तृतीय सत्र में उ०पू० क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्याली राम का स्वागत एवं सम्मान आनन्दराम ढांढनियाँ सरस्वती विद्या मंदिर भागलपुर के प्रधानाचार्य सुमंत कुमार ने उन्हें अंग वस्त्र एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर किया।
संगठन मंत्री श्रीमान ख्याली राम ने शिशु वाटिका की दशा एवं दिशा विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि बालकों में झिझक दूर करने के लिए आचार्य एवं दीदी का स्वयं का झिझक समाप्त होनी चाहिए। बालकों को अंक के लिए ना पढ़कर ज्ञान कैसे विकसित हो इस पर ध्यान देनी चाहिए।
चतुर्थ सत्र अनामिका स्वराज का विज्ञान कार्यशाला पर हुआ। जिसमें वैज्ञानिक तरीके से बालकों के बीच विषय का प्रतिपादन कैसे हो इस पर विस्तार से चर्चा की। उक्त अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य सुमंत कुमार की सक्रिय सहभागिता रही।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर