महाराज डॉ. कर्ण सिंह को सरल संस्कृत बोध भेंट की प्रदेश में देववाणी संस्कृत के प्रचार प्रसार पर विचार विमर्श किया

महाराज डॉ. कर्ण सिंह को सरल संस्कृत बोध भेंट की, प्रदेश में देववाणी संस्कृत के प्रचार-प्रसार पर विचार-विमर्श किया


जम्मू, 11 मार्च । श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट रायपुर ठठर बनतालाब जम्मू के अध्यक्ष एवं राज्य पुरस्कार से सम्मानित महंत रोहित शास्त्री ने आज प्रतिष्ठित राजपरिवार के प्रमुख महामहिम महाराज डॉ. कर्ण सिंह जी से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर महंत रोहित शास्त्री ने महाराज डॉ. कर्ण सिंह जी को 'सरल संस्कृत बोध' नामक पुस्तक भेंट की और प्रदेश में देववाणी संस्कृत के प्रचार-प्रसार को लेकर विस्तृत चर्चा की।

महंत रोहित शास्त्री ने इस अवसर पर कहा कि संस्कृत भारतीय संस्कृति की जड़ है और इसे संरक्षित व संवर्धित करना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि महाराज डॉ. कर्ण सिंह जी का संस्कृत और भारतीय परंपरा के प्रति विशेष अनुराग है तथा उनका योगदान सदैव उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रदेश में संस्कृत को जन-जन तक पहुंचाने और इसकी महत्ता को समझाने में राजपरिवार की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है।

महंत रोहित शास्त्री ने कहा संस्कृत न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके अध्ययन से वैदिक ज्ञान, दर्शन और भारतीय परंपराओं का संरक्षण संभव हो सकता है। इस शिष्टाचार भेंट के दौरान संस्कृत के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन, संस्कृत शिक्षण संस्थानों की स्थापना तथा युवाओं को संस्कृत अध्ययन के प्रति प्रेरित करने जैसे विषयों पर भी चर्चा हुई। इस अवसर पर राकेश जामवाल और आदित्य अभिराज शर्मा भी मौजूद रहे।

   

सम्बंधित खबर