नौकरियां मिली ना ही बेरोजगारी भत्ता, कांग्रेस नेताओं ने बताई सरकार की विफलता

चित्तौड़गढ़, 26 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने को लेकर जिला कांग्रेस कार्यालय में गुरुवार को पत्रकार वार्ता हुई। इसमें कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश व केंद्र सरकार पर जम कर हमला बोला। इतना ही नहीं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर पर गलत बयान का आरोप लगाते हुवे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा।

जिला कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश सरकार की विफलताओं को गिनाते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव लालसिंह झाला ने कहा कि सरकार का एक साल पूरा हुआ है लेकिन काम एक भी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि लोकसभा में अपशब्द बोले जा रहे है, वहीं सरकार पूरी तरह विफल है। इस दौरान गोपालगढ़ विधायक गीता बरवड़ ने कहा कि भाजपा ने 100 दिन की कार्य योजना बनाई है लेकिन उसका रिपोर्ट कार्ड नहीं दिया है। जनता से वादे किये है कोई वादा पूरा नहीं हो पाया है। उन्होंने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की योजनाओं के नाम बदल दियेे है लेकिन किसानों को ऋण नहीं मिल रहा है। अस्पताल के बजट रोक दिये है, घरेलू और कृषि कनेक्शन बंद हो गये है। सामाजिक सुरक्षा की पेंशन तक भी समय पर नहीं मिल पा रही है, वहीं पेट्रोल-डीजल के भाव कम करने की गारंटी दी लेकिन गुजरात में राजस्थान से 10 रुपए कम पर उपलब्ध है। उन्होेंने पेपर लीक के मुद्दे पर कहा कि कुछ लोगों को गिरफ्तार कर वाहवाही लूट ली लेकिन उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया है। कांग्रेस सरकार के समय पेपर लीक का मुद्दा उछाल रहे थे लेकिन अब तो भर्तियां ही बंद हो गई है। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष भैरूलाल चौधरी, डेयरी चैयरमेन बद्रीलाल जाट ने भी मीडियाकर्मियों को संबोधित किया। वहीं इस दौरान रणजीत लौट, संगठन महामंत्री महेंद्र शर्मा, प्रवक्ता एहसान पठान, विक्रम जाट, अनिल सोनी आदि मौजूद रहे।

इस मौके पर पूर्व राज्य मंत्री सुरेन्द्रसिंह जाड़ावत ने कहा कि गहलोत सरकार के समय विकास के कई बड़े कार्य प्रदेश और चित्तौड़गढ़ जिले में हुवे। उन्होंने कई उपलब्धियां दी लेकिन इस एक साल में उन पर ग्रहण लग गया। उन्होंने चित्तौड़गढ़ लाने वाले चम्बल के पानी की योजना पर बात करते हुए कहा कि सरकार ने 2360 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया था जो खटाई में पड़ता जा रहा है, जबकि यह पानी 276 गांवों और 66 कस्बों में सप्लाई होना था। उन्होंने सेटेलाइट हॉस्पीटल का उल्लेख करते हुए 12 चिकित्सकों की जगह एक या दो चिकित्सक काम कर रहे है। वहीं डीएमएफटी के काम तक बंद पड़े है। राइजिंग राजस्थान में सरकार ने हवाई बातें की है, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हो पा रहा है।

प्रदेश प्रभारी बोले पूर्व सभापति यौन शोषण मामले में नहीं मिली लिखित रिपोर्ट

इधर, सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने के मौके पर कांग्रेस की पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व सभापति संदीप शर्मा का यौन शोषण मामला भी चर्चा में आया। मीडियाकर्मियों के सवाल के जवाब में पीसीसी महासचिव लालसिंह झाला ने कहा कि उन्हें मौखिक रूप से इस बात की जानकारी मिली है, जिससे प्रदेश नेतृत्व को अवगत कराया जाएगा। जबकि कांग्रेस जिलाध्यक्ष भैरूलाल चौधरी ने पूर्व में दावा किया था कि उन्होंने मामले की लिखित जानकारी प्रदेश नेतृत्व को दे दी है। इस मामले में भैरूलाल चौधरी ने ई-मेल से सूचना देने की बात कही। जिलाध्यक्ष ने यह भी कहा कि संदीप शर्मा को अनुशासन समिति की ओर से नोटिस दिया गया है और नोटिस का जवाब आने के बाद प्रदेश नेतृत्व इस पर निर्णय लेगा। हालांकि पूर्व सभापति के जुड़े सवालों से मौजूद वक्ता स्पष्ट बोलने से बचते दिखे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / अखिल

   

सम्बंधित खबर