प्रसार भारती की भर्ती प्रक्रिया पर उठे सवाल

जम्मू। स्टेट समाचार
जाने-माने सांस्कृतिक कार्यकर्ता और स्तंभकार मोहम्मद यासीन ने प्रसार भारती द्वारा डोगरी एडिटोरियल एग्जीक्यूटिव/ न्यूजऱीडर -कम- ट्रांसलेटर के पद के लिए आयोजित भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। ऑल इंडिया रेडियो (आकाशवाणी) जम्मू में आयोजित इस प्रक्रिया में लिखित परीक्षा, वॉयस टेस्ट और इंटरव्यू शामिल थे। यासीन ने इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता की कमी पर गंभीर आपत्ति जताई है। हाल ही में यासीन ने क्षेत्रीय समाचार इकाई जम्मू के सहायक निदेशक  गुलशन रैना से मुलाकात की। चर्चा के दौरान  रैना ने यासीन को सुझाव दिया कि वे इस मामले को प्रसार भारती के महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष रखें। साथ ही, उन्होंने यासीन से आरटीआई दायर करने का भी आग्रह किया। इस पर यासीन ने आरटीआई आवेदन कर कई महत्वपूर्ण सवाल उठाए।
आरटीआई में यासीन ने लिखित परीक्षा के प्रश्नपत्र तैयार करने वालों की पहचान, प्रश्नपत्र के लीक होने से बचाव के लिए अपनाए गए उपाय और परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता पर जानकारी मांगी है। उन्होंने इंटरव्यू और ऑडिशन के दौरान उम्मीदवारों के डोगरी भाषा कौशल और वॉयस क्वालिटी का मूल्यांकन करने वाले पैनल सदस्यों की योग्यता पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने यह भी पूछा है कि परिणामों की जानकारी व्हाट्सएप के माध्यम से क्यों दी गई, और चयनित उम्मीदवारों को अन्य उम्मीदवारों की तुलना में दो-तीन दिन पहले ही सूचना क्यों दी गई। उन्होंने स्पष्ट किया है कि उनका उद्देश्य चयन परिणाम को चुनौती देना नहीं है, बल्कि प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना है, जो प्रसार भारती जैसी सार्वजनिक प्रसारक संस्था की विश्वसनीयता के लिए आवश्यक है।
यासीन ने प्रसार भारती से अनुरोध किया है कि इन चिंताओं का समुचित समाधान करें और यह सुनिश्चित करने के लिए सुधारात्मक कदम उठाएं कि भविष्य की सभी भर्ती प्रक्रियाएं उच्चतम मानकों के अनुरूप हों। 

   

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