अतिक्रमण हटाने गई रेल पुलिस को करना पड़ा तृणमूल के विरोध का सामना

आसनसोल, 06 जनवरी (हि. स.)। आसनसोल के बालतोरिया रेलवे के डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की जमीन पर से सोमवार अवैध कब्जा हटाने गए रेलवे पुलिस के जवानों को अतिक्रमणकारियों के साथ साथ तृणमूल के लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। खबर सुनकर जब भाजपा विधायक मौके पर पहुंचे तो उन्हें देखकर तृणमूल कार्यरताओं ने 'वापस जाओ' के नारे लगाए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोमवार को रेल पुलिस बालतोरिया इलाके में अतिक्रमणकारियों को हटाने गयी थी। खबर पाकर कुल्टी ब्लॉक तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व, कार्यकर्ता एवं समर्थक भी घटनास्थल पर पहुंच गये। आसनसोल नगर निगम के मेयर परिषद की सदस्य व तृणमूल नेता इंद्राणी मिश्रा ने कहा कि वहां करीब दो हजार निवासी हैं। वे 50 वर्षों से अधिक समय से रेलवे की भूमि पर हैं। उन्हें बिना नोटिस दिए बेदखल किया जा रहा है। तृणमूल नेतृत्व ने मांग की कि रेलवे इन निवासियों को तब तक नहीं हटा सकता जब तक उनका पुनर्वास नहीं किया जाता।

उधर, खबर पाकर कुल्टी के भाजपा विधायक अजय पोद्दार मौके पर पहुंचे। आरोप है कि भाजपा विधायक को देखते ही तृणमूल कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने 'वापस जाओ' के नारे लगाए। इसके बाद वहां मौजूद तृणमूल-भाजपा कार्यकर्ताओं-समर्थकों के बीच विवाद शुरू हो गया। दोनों ओर से खूब नारेबाजी हुई। खबर सुनकर बड़ी संख्या में आरपीएफ मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाया। दोनों पक्षों को मौके से हटा दिया गया।

भाजपा विधायक अजय पोद्दार ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में नौ स्थानों पर विभिन्न रेलवे परियोजनाएं भूमि संबंधी मुद्दों के कारण अटकी हुई हैं। तृणमूल बाधा डाल रही है, यहां भी वैसा ही है। उन्होंने आगे कहा कि रेलवे जो कर रहा है, वह नियमों का पालन कर रहा है। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर होंगे पुनर्वास का भुगतान राज्य सरकार को करना चाहिए। मैं पुनर्वास के लिए मुख्यमंत्री को लिखूंगा। भाजपा विधायक का दावा है कि गो बैक नारा लगाना तृणमूल की संस्कृति है। तृणमूल और भाजपा नेतृत्व ने सोमवार को आसनसोल रेल मंडल के डीआरएम से फोन पर बात की।

रेल पुलिस सूत्रों के अनुसार, अतिक्रमणकारियों को हटने के लिए कुछ और समय दिया गया है। फिलहाल अतिक्रमण हटाओ अभियान रोक दिया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय

   

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