असम राजभवन और आईआईटी गुवाहाटी में समझौता

- 'ज्ञान कल्याण परियोजना' से होगा डिजिटल कायाकल्प

गुवाहाटी, 7 मई (हि.स.)। असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य की उपस्थिति में बुधवार को असम राजभवन और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गुवाहाटी के बीच एक महत्वपूर्ण सहमति पत्र (एमओए) पर हस्ताक्षर किया गया। यह समारोह राजभवन में आयोजित हुआ।

राज्यपाल के आयुक्त एवं सचिव एसएस मीनाक्षी सुन्दरम और आईआईटी गुवाहाटी के निदेशक प्रो. देवेंद्र जलिहाल ने इस समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया। इस साझेदारी का उद्देश्य राजभवन के कार्य संचालन को गुणात्मक और मात्रात्मक रूप से रूपांतरित करना है। यह देश में अपने तरह का पहला प्रोजेक्ट है, जिसमें किसी राजभवन के कामकाज को डिजिटल रूप से रूपांतरित किया जा रहा है।

इस समझौते के तहत आईआईटी गुवाहाटी 'ज्ञान कल्याण परियोजना' को विकसित करने के लिए ज्ञान साझेदार, सलाहकार और संसाधन सहयोगी की भूमिका निभाएगा।

डिजिटल इंडिया और ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। ‘ज्ञान कल्याण परियोजना’ का उद्देश्य राजभवन के कामकाज के डिजिटल रूपांतरण को सशक्त बनाना और जनसेवा में दक्षता लाना है। इस परियोजना में नवीनतम् डिजिटल और सूचना प्रौद्योगिकी उपकरणों का उपयोग किया जाएगा, जिसमें 360 डिग्री सुरक्षा दिशा-निर्देश और डेटा सुरक्षा उपाय शामिल होंगे।

इस परियोजना के तहत राज्यपाल के संवैधानिक दायित्वों—जैसे विधायी, कार्यकारी, न्यायिक, वैधानिक, आकस्मिक और विवेकाधीन कार्यों—की दक्षता और प्रभावशीलता बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा।

आईआईटी गुवाहाटी की विशेषज्ञता के माध्यम से विकसित की जाने वाली डिजिटल गवर्नेंस प्रणाली में चांसलर पोर्टल, राज्यपाल कार्यालय पोर्टल, विभाग व संस्थान, राज्यपाल के दौरे, जनसंपर्क (जन शिकायतें, याचिकाएं और ज्ञापन), छठे अनुसूची क्षेत्र से संबंधित विषय और राज्यपाल की पहलों को शामिल किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश

   

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