महाकुंभ में श्रद्धालुओं की मौत के बाद राजस्थान के नेताओं ने संवेदना जताई
- Admin Admin
- Jan 29, 2025
जयपुर, 29 जनवरी (हि.स.)। प्रयागराज में महाकुंभ में देर रात मारे गए करीब 17 श्रद्धालुओं की
मौत के बाद राजस्थान के नेताओं ने संवेदना व्यक्त की है। पूर्व
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा,
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली व नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल
ने शोक संवेदना व्यक्त की है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स पर लिखा कि प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान भगदड़ से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु एवं कई श्रद्धालुओं के घायल होने का समाचार बेहद कष्ट देने वाला है। मैं ईश्वर से दिवंगतजनों को श्रीचरणों में स्थान एवं घायलों को जल्द स्वास्थ्य लाभ देने की प्रार्थना करता हूं।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने लिखा कि महाकुंभ में संगम घाट पर मची भगदड़ में कई श्रद्धालुओं के हताहत होने की ख़बर अत्यंत दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। दिवंगतों के परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना हैं, ईश्वर उन्हें संबल प्रदान करें। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने लिखा कि महाकुंभ में संगम घाट पर मची भगदड़ में कई श्रद्धालुओं के हताहत होने की ख़बर अत्यंत दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। दिवंगतों के परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना हैं, ईश्वर उन्हें संबल प्रदान करे। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने लिखा कि प्रयागराज महाकुंभ के दौरान संगम तट पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ में श्रद्धालुओं की मृत्यु एवं कई लोगों के घायल होने का समाचार अत्यंत दु:खद एवं हृदयविदारक है।
मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें एवं शोकाकुल परिजनों को इस कठिन समय में संबल दें। साथ ही, घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ।
महाकुंभ में पधारे सभी श्रद्धालुओं से विनम्र अपील है कि वे शांति एवं संयम बनाए रखें, अनावश्यक भीड़भाड़ से बचें तथा प्रशासन द्वारा जारी सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
महाकुंभ में पुण्य स्नान के लिए राजस्थान से हजारों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे थे। कोटा, बारां, अलवर समेत कई जिलों से रोडवेज स्लीपर बसों की सेवा शुरू की गई थी, जिनकी बुकिंग पहले ही दिन फुल हो गई थी। इस बड़े हादसे के बाद अब परिजनों की बेचैनी बढ़ गई है। कई लोगों के फोन नहीं लगने से उनके परिवार वालों की चिंता बढ़ गई है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित