रांची में बारिश ने खोली सिस्टम की पोल, जनजीवन अस्त-व्यस्त

रांची, 22 जून (हि.स.)। राजधानी रांची में रविवार शाम हुई मूसलधार बारिश ने नगर व्यवस्था की पूरी तरह से पोल खोल दी। कर्बला चौक, रातू रोड, मेन रोड, हरमू नदी क्षेत्र, अरगोड़ा, कोकर, बिरसा चौक, स्टेशन रोड समेत कई इलाकों की स्थिति बद से बदतर हो गई है। पानी घरों, दुकानों, कार्यालयों और थाना परिसरों तक में घुस गया, जिससे जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।

बेसमेंट से लेकर थाने तक डूबे

निचले इलाकों की कई बहुमंजिला इमारतों के बेसमेंट जलमग्न हो गए। लोगों को पूरी रात बाल्टी और मोटर के सहारे पानी निकालने में बितानी पड़ी। हरमू नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, और नदी के ऊपर से पानी बहने लगा है। नदी किनारे बसी बस्तियां जलमग्न हो गई हैं।

थानों की हालत भी कम खराब नहीं रही। पुलिस कर्मियों को खुद अपने कार्यालय में घुटनों तक भरे पानी में ड्यूटी करनी पड़ी।

कर्बला चौक से लेकर मेन रोड तक की सड़कों पर जलभराव से वाहनों की रफ्तार थम गई। मुख्य सड़कों पर घंटों लंबा जाम लगा रहा। दुपहिया वाहन चालकों और राहगीरों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।

नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से राहत कार्य और जलनिकासी की कवायद तेज़ी से की जा रही है, लेकिन रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण हालात काबू में नहीं आ पा रहे हैं। प्रशासन ने अगले 24 घंटे को चुनौतीपूर्ण बताया है।

स्थानीय निवासियों ने नगर निगम पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हर साल यही स्थिति बनती है लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं किया जा रहा है। खराब ड्रेनेज सिस्टम और अधूरी तैयारियों को इस बदहाली के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।

मोसीबाड़ी निवासी कामेश्वर सिंह, हरमू निवासी चंदन कुमार, और कांके के रितेश ठाकुर सहित अन्य लोगों ने कहा कि राजधानी में हर साल आधे-अधूरे काम होते हैं। नालियों की सफाई और मरम्मत गर्मी में पूरी कर लेनी चाहिए थी, लेकिन प्रशासन की लापरवाही ने लोगों को मुसीबत में डाल दिया। पहली ही बारिश में शहर डूब गया है, चारों ओर सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar

   

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