एचएमपी वायरस को लेकर सर्त हुआ पीजीआई राेहतक 

पुरानी इमरजेंसी के 6 नंबर रूम को बनाया आइसोलेशन वार्ड, सभी सुविधाएं हैं उपलब्ध

पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के उप कुलपति एच के अग्रवाल बोले डरने की जरूरत नहीं

रोहतक, 9 जनवरी (हि.स.)। एचएमपी वायरस को लेकर हरियाणा सरकार ने अपनी गाइडलाइन जारी कर दी है और इस गाइडलाइन के अनुसार हरियाणा के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान पीजीआईएमएस ने भी वायरस को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं और वायरस से ग्रस्त व्यक्ति के लिए आइसोलेशन बोर्ड बना दिया गया है। स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के उप कुलपति डॉ एच के अग्रवाल ने लोगों से अपील की है कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है और कोविड-19 की तरह यह ज्यादा घातक वायरस नहीं है। सिर्फ इससे बचने के लिए सावधानियां बरतने की जरूरत है।

डॉ.एच.के.अग्रवाल ने बताया कि अभी तक की जांच में सामने आया है कि एचएमपी वायरस छोटे बच्चों व बुजुर्गों में ही तेजी से फैलता है। लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि कोविड-19 की तरह इस वायरस से जान का खतरा ज्यादा नहीं है। हालांकि अभी तक हरियाणा प्रदेश में इस तरह का कोई केस निकल कर सामने नहीं आया है। लेकिन फिर भी पहले से ही रोहतक पीजीआइएमएस में इस वायरस के इलाज के लिए तैयारी कर दी गई है। पुरानी इमरजेंसी के 6 नंबर कमरे को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया गया है। जिसमें हर बेड के साथ ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है। अगर किसी को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है तो उसके लिए भी पीजीआईएमएस में सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि यह वाइरस कोविड-19 की तरह ही फैलता है लेकिन इसमें मृत्यु दर ना के बराबर है। इसलिए लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सैंपलिंग के लिए भी चौधरी रणबीर सिंह ओपीडी के थर्ड फ्लोर पर तैयारी की गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि बुजुर्ग और बच्चे भीड़ में जाने से बच्चे ताकि इस वायरस की चपेट में ना आ सके। क्योंकि यह वाइरस भी खांसने, छीकने व छूने से फैल सकता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल

   

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