बीकानेर, 5 दिसंबर (हि.स.)। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के जवान ने गुरुवार काे अपने घर में सुसाइड कर लिया। उसका शव पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है, जहां पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा। जवान बीकानेर के ही श्रीडूंगरगढ़ के हेमेरा गांव का मूल निवासी है।
जयनारायण व्यास कॉलोनी थानाधिकारी सुरेंद्र पचार ने बताया- बीएसएफ जवान ने सुसाइड किया है और इसकी मर्ग दर्ज की जा रही है। मृतक जवान बंशीलाल सारस्वा है। महज 41 साल के बंशीलाल पिछले पंद्रह साल से बीएसएफ में तैनात थे। वर्तमान में हेड कांस्टेबल पद पर तैनात बंशीलाल ने अपने घर में ही सुसाइड किया है। उनके भाई दामोदर ने बताया कि किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। भाई की मौत से गमगीन दामोदर ज्यादा बोल नहीं पाये।
पंद्रह साल से बीएसएफ में
बंशीलाल पिछले पंद्रह साल से बीएसएफ में ही तैनात थे। देशभर में पोस्टिंग रहने के बाद पिछले दिनों बीकानेर में स्थित रेंज मुख्यालय में पोस्टिंग मिल गई। इसी कारण बीएसएफ से कुछ दूरी पर स्थित शिवबाड़ी क्षेत्र में ही अपना घर बना लिया। बच्चों की पढ़ाई भी बीकानेर से हुई। ऐसे में वे अपने गांव हेमेरां से दूर रहे। अवसर विशेष पर ही हेमेरां गांव जाते थे और ज्यादा समय बीकानेर शहर में ही बिताया।
सुसाइड का कारण स्पष्ट नहीं
बंशीलाल की सुसाइड का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। उसने घर के अंडरग्राउंड में जाकर फंदा लगाया है। सुसाइड के वक्त कपड़ों के साथ शूज पहने हुए थे और खादी का मफलर लगाया हुआ था। दोपहर करीब एक बजे पुलिस ने खिदमतगार सोसायटी के सदस्यों को फोन किया, जिसके बाद राजकुमार खड़गावत व अन्य साथियों ने पहुंचकर शव को उतारकर पीबीएम अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स के मृत घोषित करने पर मोर्चरी में रखवाया गया।दोपहर तीन बजे तक श्रीडूंगरगढ़ के हेमेरां गांव में ज्यादा लोगों को इस घटना के बारे में पता ही नहीं था। हेमेरा में ही बंशीलाल का पूरा परिवार रहता है। उसके पिता-भाई के साथ परिवार के अन्य सदस्य भी यहीं रहते हैं। वहीं श्रीडूंगरगढ़ में बंशीलाल का ससुराल है। उसके साले गोपाल ओझा और भाई दामोदर भी अस्पताल पहुंच गए।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव