भागलपुर, 30 जनवरी (हि.स.)। परिधि समूह द्वारा गुरुवार को भागलपुर जिले में गांधी शहादत दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। लाजपत पार्क में नेता जी की मूर्ति के समक्ष कला केंद्र के छात्र-छात्राओं द्वारा गांधी के चित्र कैनवास पर उकेरा गया। लाजपत पार्क में टहलने आए दर्शकों ने कौतूहल पूर्वक गांधी को बनते हुए देखा और चित्र के जरिए गांधी से जुड़े।
पीस सेंटर परिधि, राष्ट्र सेवा दल और कला केंद्र के इस सम्मिलित आयोजन में गीत, कविता और वक्तव्य भी हुए। गांधी शहादत दिवस पर परिधि ने मछुओं के बीच बिरबन्ना और मक्खातकिया तथा युवाओं के बीच बड़ी जमीन में छात्र नौजवानों के बीच भी याद किया।उदय ने कहा कि गांधी एक साथ संत, राजनीतिज्ञ, समाज सुधारक, अर्थशास्त्री, विचारक, दार्शनिक, देशभक्त और अप्रतिम राष्ट्रवादी थे। उनके सोच में परंपरा और प्रगतिशीलता का मिश्रण था। आज दुनियां जिस जलवायु संकट और पारिस्थितिकी असंतुलन से जूझ रहा उसका रास्ता गांधी ने अपने विकास के मॉडल में दिखाया। उन्होंने मास प्रोडक्शन नहीं प्रोडक्शन बाय मास की वकालत की और कहा यह धरती सभी का पालन करने में सक्षम है। किंतु किसी एक का लालच पूरा नहीं कर सकती है। कार्यक्रम में एनुल होदा, एकराम हुसैन साद, उज्जवल कुमार घोष, तहरून निशा, चैतन्य प्रकाश, नीरज, अभिषेक, उदय, ललन, शारदा श्रीवास्तव, पूनम श्रीवास्तव, अनिरुद्ध, मनोज कुमार, मो बाकिर आदि ने महती उपस्थिति दर्ज की।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर