आवारा कुत्तों पर अंकुश हेतू वैज्ञानिक पद्धति से काम हो- टीएमसी आयुक्त

मुंबई ,16 दिसंबर (हि. स.)। ठाणे मनपा आयुक्त सौरभ राव ने आज हुई एक मीटिंग में निर्देश दिए कि ठाणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की सीमा के अंदर नागरिकों की सुरक्षा, पब्लिक हेल्थ और एनिमल वेलफेयर के तीन सिद्धांतों के हिसाब से आवारा कुत्तों की संख्या को कंट्रोल करने के लिए एक बड़ा और साइंटिफिक एक्शन प्लान लागू किया जाए। यह बैठक आज ठाणे मनपा आयुक्त के कार्यालय में हुई।

इस मीटिंग में अतिरिक्त आयुक्त संदीप मालवी, उपायुक्त मनीष जोशी, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी. प्रसाद पाटिल, स्वास्थ अधिकारी डॉ. रानी शिंदे, वेटरनरी ऑफिसर क्षमा शिरोडकर वगैरह मौजूद थे।

माननीय उच्चतम न्यायालय के 7 नवंबर 2025 के आदेश के अनुसार, पांच खास संस्थाओं के ज़रिए आवारा कुत्तों के लिए अलग शेल्टर और केनेल फैसिलिटी बनाने का फैसला किया गया है। कमिश्नर सौरभ राव ने मीटिंग में निर्देश दिया कि स्कूल, हॉस्पिटल, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, बस डिपो और रेलवे स्टेशन जैसी सेंसिटिव और इंस्टीट्यूशनल जगहों से पकड़े गए कुत्तों को दोबारा उन जगहों पर नहीं छोड़ा जाएगा, बल्कि उन्हें सुरक्षित शेल्टर में रखा जाएगा।

ठाणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन, एनिमल बर्थ कंट्रोल (डॉग्स) रूल्स, 2023 के अनुसार कैप्चर-स्टरलाइज़-वैक्सीनेशन-रिलीज़ (CSVR) प्रोग्राम को और भी असरदार और लगातार तरीके से लागू करेगा। इसके तहत, आवारा कुत्तों को स्टरलाइज़ेशन और वैक्सीनेशन के बाद ही मैनेज किया जाएगा। बीमार, घायल, पागल और संदिग्ध पागल कुत्तों के खिलाफ नियमों के अनुसार अलग से कार्रवाई की जाएगी। यह भी कहा गया कि स्टरलाइज़ेशन सेंटर की कैपेसिटी बढ़ाई जाएगी क्योंकि आवारा कुत्तों की संख्या को कंट्रोल करना बहुत ज़रूरी है।बताया जाता है कि मनपा उप आयुक्त मनीष जोशी ने कहा है कि ठाणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन एरिया में आवारा कुत्तों की अनुमानित संख्या का साइंटिफिक तरीके से पता लगाया जाएगा और उसी हिसाब से केनेल और शेल्टर की कैपेसिटी प्लान की जाएगी। इसके लिए ज़रूरी मैनपावर, गाड़ियां, इक्विपमेंट और जानवरों की सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा। साथ ही, सभी सरकारी हेल्थ इंस्टीट्यूशन में रेबीज वैक्सीन और इम्यूनोग्लोबुलिन की अवेलेबिलिटी सुनिश्चित की जाएगी,।

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हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा

   

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