तंबाकू उद्योग के खतरनाक प्रभावों पर सेमिनार आयोजित

Seminar held on harmful effects of tobacco industry


कठुआ 11 मार्च ।युवा पीढ़ी को तंबाकू के खतरनाक प्रभावों से बचाने के प्रयास में महिला डिग्री कॉलेज कठुआ के ड्रग-डी-एडिक्शन सेल ने आईक्यूएसी के तत्वावधान में ग्लोबल ह्यूमन राइट्स ट्रस्ट के सहयोग से “बच्चों को तंबाकू उद्योग के प्रभाव से सुरक्षा” शीर्षक से एक प्रभावशाली सेमिनार का आयोजन किया।

कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज की प्रभारी प्रिंसिपल प्रोफेसर सीमा जॉली के मार्गदर्शन में किया गया। सेल की संयोजक डॉ. रेणु ने अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. एचआर रहमान अध्यक्ष जीएचआरटी इंडिया थे। डॉ. रहमान ने युवा मस्तिष्कों को नशे की लत में फंसाने के लिए तम्बाकू कंपनियों द्वारा अपनाई गई चालाकीपूर्ण रणनीतियों पर एक सशक्त व्याख्यान दिया, तथा इस समस्या से निपटने के लिए शिक्षा और वकालत हेतु एक व्यापक रणनीति के महत्व पर जोर दिया। सेमिनार में छात्रों, संकाय सदस्यों, विशेषज्ञों और कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जो तंबाकू उद्योग द्वारा बच्चों और युवाओं को लक्षित किए जा रहे तंबाकू से संबंधित उत्पादों की बढ़ती चिंता पर चर्चा करने के लिए एकत्र हुए थे।

इस अवसर पर एक भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। प्रतियोगिता में कुल दस छात्रों ने भाग लिया। छात्रों ने किशोरों में तंबाकू और निकोटीन उत्पादों के बढ़ते उपयोग, साथियों के दबाव की भूमिका और मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर प्रकाश डाला, जो युवाओं को तंबाकू के उपयोग के लिए अतिसंवेदनशील बनाते हैं। प्रथम पुरस्कार लक्ष्मी ने जीता, जबकि दूसरा और तीसरा पुरस्कार मुस्कान और तानिया के पास गया। डॉ. इंद्रजीत कौर और डॉ. दीपशिखा शर्मा ने प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल के रूप में काम किया। प्रो. परमजीत ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सेल के सदस्य डॉ. सोनिका जसरोटिया, डॉ. अजय सनोत्रा और डॉ. सुरेखा रानी ने समारोह के दौरान सक्रिय रूप से भाग लिया। समारोह में उपस्थित अन्य संकाय सदस्यों में डॉ. प्रतियोगिता शर्मा, डॉ. तेजिंदर कौर, डॉ. अनुपम मनुहार भी इस अवसर पर उपस्थित थे। सेमिनार का समापन सेल के सह संयोजक डॉ. सैयद नसीर अली शाह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

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