हरिद्वार, 15 नवंबर (हि.स.)। विश्व हिन्दू परिषद उत्तराखंड के सेवा विभाग के तत्वावधान में 24 घण्टे का सेवा कुंभ शनिवार सायं संत-महात्माओं एवं विशिष्ट अतिथियों के सान्निध्य में प्रारम्भ हुआ। इस मौके पर महामंडलेश्वर सुरेन्द्रानंद गिरि महाराज ने कहा कि सेवा ही धर्म का प्राण है।
उद्घाटन सत्र में सेवा विभाग की वार्षिक प्रेरक पत्रिका “सेवा क्रांति” का लोकार्पण सम्पन्न हुआ, जिसमें उत्तराखण्ड के दुर्गम क्षेत्रों में चल रहे शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कार, स्वावलम्बन एवं समरसता आधारित सेवा प्रकल्पों का विस्तृत उल्लेख है।
सेवा कुंभ के उद्घाटन पर महामंडलेश्वर सुरेन्द्रानंद गिरि महाराज ने कहा कि सेवा ही धर्म का प्राण है। विश्व हिन्दू परिषद जिन संस्कार-दीपों को जलाकर समाज के अंधकार को दूर कर रही है, वह केवल कार्य मात्र ही नहीं राष्ट्र निर्माण का विराट संकल्प है।
वात्सल्य वाटिका व मातृ आंचल जैसी सेवाएं संत समाज के लिए अत्यंत संतोष का विषय हैं। विश्व हिन्दू परिषद के अखिल भारतीय सहसेवा प्रमुख, केन्द्रीय सहमंत्री आनंद हरबोला ने कहा सेवा का अर्थ केवल तात्कालिक समाधान नहीं वरन आत्मनिर्भर समाज का निर्माण है।
परिषद के प्रशिक्षण केंद्र और स्वावलम्बन परियोजनाएँ हजारों परिवारों का भविष्य बदल रही हैं। सेवा कुंभ समाज-सेवकों के लिए मार्गदर्शन और ऊर्जा का मंच है।
विधायक रानीपुर आदेश चौहान ने कहा अंधविश्वास, व्यसन, कुरीतियों और सामाजिक भय को दूर करने का जो विराट कार्य विश्व हिन्दू परिषद कर रही है वह उत्तराखण्ड ही नहीं बल्कि समूचे राष्ट्र के लिए अनुकरणीय मॉडल है।
राधेश्याम द्विवेदी संयुक्त क्षेत्र सेवा प्रमुख ने कहा कि इस सेवा कुंभ में सेवा विभाग के कार्यकर्ताओं की ओर से प्रकल्पों की उपलब्धियां, अनुभव, चुनौतियां और भविष्य की योजना पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
प्रदीप मिश्रा प्रबंधक वात्सल्य वाटिका ने कहा कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन तभी संभव है जब सेवा और संस्कार एक साथ चलें। विश्व हिन्दू परिषद के प्रकल्प इसी दिशा में मार्गदर्शक सिद्ध हो रहे हैं।
शुभारंभ पर प्रमुख रुप से संजीव गुप्ता, धीरेन्द्र शर्मा प्रांत मंत्री भारत गगन अग्रवाल, अनुज वालिया प्रांत संयोजक बजरंग दल, कमलेश सिंह, अनिल भारतीय, बलराम कपूर, रविभूषण जोशी, कुसुमलता शर्मा, अरूण गुप्ता, सुनील गाबा, रवि चौहान, ममता गोयल, जीवेंद्र तोमर, दीपक तालियान के साथ सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता एवं जनसामान्य उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला



