कश्मीर घाटी में विभिन्न मस्जिदों और दरगाहों पर धार्मिक उत्साह के साथ मनाई गई शब-ए-मेराज

श्रीनगर, 28 जनवरी (हि.स.)। कश्मीर घाटी में विभिन्न मस्जिदों और दरगाहों पर धार्मिक उत्साह के साथ शब-ए-मेराज (आरोहण की रात) मनाई गई। मुख्य समारोह डल झील के किनारे स्थित हजरतबल दरगाह में आयोजित किया गया जहां सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात को ठंड के बीच रात भर की प्रार्थना में भाग लेने के लिए कश्मीर घाटी भर से हजारों श्रद्धालु उमड़े।

शब-ए-मेराज की पवित्र रात मनाने के लिए सभी आयु वर्ग के लोगों के एकत्र होने पर कई मस्जिदों और दरगाहों को रोशन किया गया। इस्लामी (हिजरी) कैलेंडर के अनुसार शब-ए-मेराज रजब की 27 तारीख को मनाया जाता है और मुसलमानों का मानना है कि इस रात पैगंबर मुहम्मद स्वर्ग की सबसे ऊंची मंजिलों पर चढ़े थे। दुनिया भर में पवित्र रात को मनाने के लिए मुस्लिम श्रद्धालु पूरी रात विशेष प्रार्थना, इस्लामी उपदेश और अन्य धार्मिक गतिविधियों में बिताते हैं। हजरतबल दरगाह में नमाज के बाद श्रद्धालुओं के सामने पवित्र अवशेष प्रदर्शित किए गए।

अधिकारियों ने श्रद्धालुओं के लिए हजरतबल और कश्मीर घाटी के अन्य स्थानों पर सुचारू रूप से नमाज अदा करने के लिए व्यापक व्यवस्था की थी। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के अलावा अन्य धार्मिक और राजनीतिक नेताओं ने इस अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं।

   

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