हैदराबाद के श्रद्धालु ने विशालाक्षी माता को अर्पित किया रजत मुकुट

रजतमुकुट

वाराणसी, 09 मार्च (हि स)। फाल्गुन शुक्ल पक्ष दशमी तिथि, रविवार को काशी के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता विशालाक्षी देवी को आधा किलो वजनी रजत मुकुट धारण कराया गया। यह पवित्र भेंट हैदराबाद के श्रद्धालु ब्रम्हाइया कुराबाला कोटा और जय ने पूरे श्रद्धा से अर्पित

किया। माता के दोनों विग्रहों के लिए दो सुंदर रजत मुकुट भेंट किए गए, जो उनकी आस्था और भक्ति का अद्वितीय प्रतीक बने। इस पावन अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने विधिवत अनुष्ठान संपन्न कराए। प्रातः काल माता का पंचामृत से अभिषेक किया गया, जिसके बाद उन्हें नवीन वस्त्र, मनमोहक हार और सुगंधित पुष्पों से अलंकृत किया गया। संपूर्ण विधि-विधान के साथ श्री मिश्र ने माता के दोनों विग्रहों को रजत मुकुट पहनाए, जिससे पूरा मंदिर परिसर दिव्यता और भक्ति से आलोकित हो उठा।

अलंकरण के उपरांत माता की महाआरती का आयोजन हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। जयकारों और मंत्रोच्चार से गूंजते मंदिर में भक्तों ने श्रद्धा और भावुकता के साथ माता का आशीर्वाद प्राप्त किया। रजत मुकुट की यह भव्य भेंट और दिव्य श्रृंगार देखकर श्रद्धालु अभिभूत हो गए। माता विशालाक्षी का यह दिव्य रूप भक्तों के हृदय में सदा के लिए अमिट स्मृति बनकर बस गया।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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