श्रावणी पर्व पर शांतिकुंज के साधकों ने लिया भारत को विकसित करने का संकल्प

शांतिकुंज में श्रावणी पर्व

हरिद्वार, 19 अगस्त (हि.स.)। श्रावणी पर्व पर गायत्री परिवार व शांतिकुंज के साधकों तथा देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के युवाओं ने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया और शांतिकुंज अधिष्ठात्री शैल दीदी से रक्षा सूत्र बंधवाया। गुरुधाम की बहनों ने गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या को राखी बांधी।

शांतिकुंज अधिष्ठात्री शैल दीदी ने कहा कि रक्षाबंधन भाई-बहन के स्नेह और प्यार को अटूट बनाता है। यह भाई-बहन रिश्ते की गहराई और विश्वास को संजोने का एक खास तरीका है। उन्होंने युवाओं से भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए अपनी प्रतिभा का अंश भारत माता के चरणों में अर्पित करने का आवाहन किया।

अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख एवं देवसंस्कृति विवि के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि राखी के बंधन व प्रेम ने अनगिनत शत्रुओं को मित्र बनाकर परस्पर सुख-दुःख झेलने को विवश किया है। हमारे सैनिकों की सुरक्षा में जुटे होने के कारण ही हम सुरक्षित हैं। हम सबको भी उन सैनिकों की सुरक्षा के लिए प्रार्थनाएं करनी चाहिए।

इससे पूर्व शांतिकुंज के मुख्य सभागार में ब्राह्ममुहूर्त में सामूहिक हेमाद्रि संकल्प सम्पन्न हुआ। इसका वैदिक कर्मकाण्ड संस्कार प्रकोष्ठ के आचार्यों ने सम्पन्न कराया। सायंकाल भव्य दीप महायज्ञ भी सम्पन्न हुआ। वहीं शांतिकुंज स्थित शिवालय में रुद्राभिषेक कराया गया।

श्रावणी पर्व पर विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों को शांतिकुंज स्थित उद्यान विभाग ने एक हजार से अधिक पौधे तरुप्रसाद के रूप में बांटे।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला / कमलेश्वर शरण

   

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