गुवाहाटी, 04 जनवरी (हि.स.)। साईट फर्स्ट गुवाहाटी द्वारा हर साल की तरह इस साल भी आज (4 जनवरी) लुई ब्रेल दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम गुवाहाटी के कॉटन कॉलेज एलुमनी हाउस में आयोजित हुआ, जहां लुई ब्रेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर डॉ. अतिकुल हुसैन, सेवानिवृत्त प्राध्यापिका दीपाली गोस्वामी और कॉटन विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. भवेश गोस्वामी ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. बिजुली गोस्वामी ने लुई ब्रेल दिवस के महत्व और दृष्टिहीनों के लिए साईट फर्स्ट द्वारा किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। गुवाहाटी एम्स के प्रोफेसर डॉ. शारद फिलिप ने दृष्टिहीनों के लिए आधुनिक सुविधाओं और तकनीकों का उपयोग करने पर जोर दिया।
दिलीप गोस्वामी की स्मृति में दिया जाने वाला पुरस्कार इस बार ब्रेल पद्धति से हाई स्कूल परीक्षा में सर्वोच्च स्थान पाने वाली नवनीता हालोई को प्रदान किया गया। यह पुरस्कार ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) के अध्यक्ष उत्पल शर्मा ने दिया। उन्होंने साईट फर्स्ट के प्रयासों की सराहना की और भविष्य में सहयोग की इच्छा जताई।
दिल्ली हाई कोर्ट के वकील पंकज सिन्हा ने दृष्टिहीनों के मानव और संवैधानिक अधिकारों पर चर्चा की। उन्होंने अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम में असम के विभिन्न क्षेत्रों से आए दृष्टिहीन प्रतिभागियों ने अपने संघर्ष और उपलब्धियों को साझा किया। साथ ही, दृष्टिहीन कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से सभी को प्रभावित किया।
इस अवसर पर डॉ. बिजुली गोस्वामी की पुस्तक आमार चोकुजूरी के नए संस्करण का लोकार्पण प्रसिद्ध लेखक डॉ. जयंत गोस्वामी ने किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. अनन्या गोस्वामी ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश