चाइनीज मांझे के खिलाफ सड़क पर उतरे सामाजिक और राजनीतिक दल के कार्यकर्ता

—काशी विद्यापीठ के गेट पर छात्रों ने फूंका चाइनीज मांझा,लोगों से न प्रयोग करने की अपील

वाराणसी,04 जनवरी (हि.स.)। जानलेवा चाइनीज मांझे से इंसानों के साथ मूक पशु—पक्षियों की हो रही मौतों को देखकर सामाजिक संगठनों के साथ राजनीतिक दलों,छात्रों ने भी इसके खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। शनिवार को चाइनीज मंझे के खिलाफ समाजवादी युवजन सभा ने दारानगर स्थित महामृत्युंजय मंदिर के पास से मुहिम शुरू किया। जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को चाइनीज मांझे के खतरों के बारे में जागरूक करना और इसके इस्तेमाल को रोकना है। इस मुहिम के तहत कार्यकर्ता बनारस के प्रमुख चौराहों पर हाथ में कातिल मांझा के विरोध में स्लोगन लिखी तख्तियों के साथ मौन प्रदर्शन करेंगे।

सपा नेता किशन दीक्षित ने बताया कि जब तक चाइनीज मांझे की बिक्री और इस्तेमाल बंद नहीं होता, तब तक बनारस के प्रत्येक चौराहे, सड़क, घाट और प्रमुख स्थलों पर प्रत्येक दिन युवा हाथों में तख्तियों पर लिखे संदेश के माध्यम से चाइना मांझा के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। महामृत्युंजय मंदिर के महंत व सपा नेता किशन दीक्षित ने युवाओं को आंदोलन का संकल्प दिलाकर मुहिम की शुरुआत की।

इस मुहिम में सपा यूथ फ्रंटल के युवाओं ने विशेश्वरगंज, पीलीकोठी, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, दशाश्वमेध घाट, बेनियाबाग, राजघाट, मैदागिन, चौक, दुर्गाकुंड, नाटी इमली, रामकटोरा, कबीरचौरा आदि चौराहों पर तख्तियों के माध्यम से चाइनीज मांझा के खतरे के बारे में जागरूक किया। मुहिम में अमित चौबे, राघव यादव, अश्विनी तिवारी, अयान अहमद, शुभम सिंह, शहनवाज, राईन आदि भागीदारी कर रहे है। इसी क्रम में युवा फाउंडेशन की अध्यक्ष सीमा चौधरी के अगुवाई में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चौकाघाट और लहरतारा फ्लाईओवर पर लोगों को जानलेवा मंझे के प्रति जागरूक किया।

इस दौरान सीमा चौधरी ने लोगों से अपील किया कि बाइक चलाते समय बच्चों को आगे न बैठाए। चाइनीज मांझे की चपेट में आने से उनके साथ बड़ी दुर्घटना हो सकती है। क्योंकि चाइनीज मांझे बेहद खतरनाक है, जो चंद पलों में मौत के घाट उतार देता है। चाइनीज मांझा बेहद तेज धार वाला होता है, जो किसी भी चीज को आसानी से काट सकता है। चाइनीज मांझा एक गंभीर समस्या है। हमें मिलकर इस समस्या से निपटना होगा।

अभियान में विकास श्रीवास्तव, अमित कुमार, शिवम् तिवारी, आफताब, महताब आदि ने भागीदारी की। इसी क्रम में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों ने चाइनीज मांझे को जलाकर आक्रोश जताया। छात्रों ने युवाओं और बच्चों से जानलेवा मांझे के बहिष्कार की अपील की।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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