राज्य में एक साथ 9 नगर पालिकाओं को महानगर पालिका का दर्जा देने को मंत्रिमंडल की मंजूरी

गांधीनगर, 1 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में बुधवार को गांधीनगर में हुई मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान राज्य में एक साथ 9 नई महानगर पालिकाओं के गठन को मंजूरी दी है।

मौजूदा सरकार ने वर्ष 2024-25 के बजट में नवसारी, वापी, आणंद, नड़ियाद, मेहसाणा, सुरेन्द्रनगर-वढवाण, मोरबी, पोरबंदर-छाया और गांधीधाम सहित कुल 09 नगर पालिकाओं को महानगर पालिका में बदलने की महत्वपूर्ण घोषणा की थी। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली सरकार ने इन 9 महानगर पालिकाओं के गठन को मंजूरी देकर इन्हें तत्काल प्रभाव से कार्यरत कर दिया है।

इसे लेकर प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेशभाई पटेल ने कहा कि महानगर पालिकाओं में शामिल होने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों को सभी नागरिक सुविधाएं समय पर और सुनियोजित तरीके से उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार सभी आवश्यक वित्तीय और प्रशासनिक सहयोग प्रदान करेगी। महानगर पालिकाओं में शहरी आयोजन टीपी स्कीम पर आधारित और सुव्यवस्थित तरीके से होने के कारण उपलब्ध जमीन का अधिकतम उपयोग होता है। महानगर पालिकों में सुनियोजित सड़कों के अलावा वाणिज्यिक, शैक्षणिक और सामुदायिक उद्देश्य के साथ ही खेल के मैदान के लिए भूमि आवंटित की जाएगी। महानगर पालिका बनने से वहां रहने वाले लोगों के अलावा आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए रोजगार के बड़े अवसर उपलब्ध होंगे।

अभी 08 महानगर पालिकाएं कार्यरत

गुजरात में अभी अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, भावनगर, जूनागढ़, जामनगर और गांधीनगर सहित कुल 08 महानगर पालिकाएं कार्यरत हैं। इनमें से जूनागढ़ महानगर पालिका का गठन 2002 में और गांधीनगर महानगर पालिका का गठन 2010 में किया गया था।

इसके लगभग 14 वर्षों बाद इन 9 नई महानगर पालिकाओं का गठन हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप राज्य में वर्तमान महानगर पालिकाओं की संख्या से दुगुनी से अधिक यानी 17 महानगर पालिकाएं अस्तित्व में आई हैं।

इन 9 नगर पालिकों को महानगर पालिका का दर्जा मिलने से अब राज्य में महानगर पालिकाओं की संख्या बढ़कर 17 और नगर पालिकाओं की संख्या 149 हो जाएगी।

राज्य मंत्रिमंडल के निर्णय के अनुसार नवसारी नगर पालिका और दांतेज, धारागिरी, एरु और हांसापोर ग्राम पंचायतों के समावेश से नवसारी महानगर पालिका बनेगी।

इस तरह होगा विस्तार :

गांधीधाम नगर पालिका और किडाणा, गळपादर, अंतरजाळ, शिणाय, मेघपर-बोरीची और मेघपर-कुंभराड़ी ग्राम पंचायतों को मिलाकर गांधीधाम महानगर पालिका बनेगी।

मोरबी नगर पालिका और शक्तसनाळा, रवापरा, लीलापर, अमरेली, नानी वावड़ी, भड़ियाद (जवाहर), त्राजपर (माळिया वनाळिया), महेन्द्रनगर (इंदिरानगर) और माधापर-वजेपर ओजी ग्राम पंचायतों के समावेश से मोरबी महानगर पालिका बनेगी।

वापी नगर पालिका और बलिठा, सलवाव, छीरी, छरवाड़ा, चणोद, करवड़, नामधा, चंडोर, मोराई, वटार और कुंता ग्राम पंचातयों को मिलाकर वापी महानगर पालिका बनेगी।

आणंद, वल्लभ विद्यानगर और करमसद नगर पालिका तथा मोगरी, जिटोड़िया, गामड़ी और लांभवेल ग्राम पंचायतों को मिलाकर आणंद महानगर पालिका बनेगी।

मेहसाणा नगर पालिका और फतेपुरा, रामोसणा, रामोसणा एनए क्षेत्र, देदियासण, पालावासणा, हेड़ुवा राजगर, हेड़ुवा हनुमंत, तळेटी और लाखवड़ ग्राम पंचायतों के अलावा पालोदर, पांचोट, गिलोसण, नुगर, सखपुरड़ा और लाखवड़ ग्राम पंचायतों के कई सर्वे नंबर वाले क्षेत्रों के समावेश से मेहसाणा महानगर पालिका बनेगी।

सुरेन्द्रनगर-दूधरेज-वढवाण नगर पालिका तथा खमीसणा, खेराळी, माळोद, मुळचंद और चमारज ग्राम पंचायतों को मिलाकर सुरेन्द्रनगर महानगर पालिका बनेगी।

पोरबंदर-छाया नगर पालिका और वनाणा (वीरपुर), दिग्विजयगढ़, रतनपर और झावर ग्राम पंचायतों के समावेश से पोरबंदर महानगर पालिका बनेगी।

नड़ियाद नगर पालिका और योगी नगर, पीपलग, डुमराल, फतेपुरा, कमला, मांजीपुरा, डभाण, बिलोदरा, उत्तरसंडा और टुंडेल ग्राम पंचायतों को मिलाकर नड़ियाद महानगर पालिका बनेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय

   

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