प्रेम प्रसंग को लेकर हिन्दू व मुस्लिम संगठन आमने-सामने, दून रेलवे स्टेशन पर दो पक्षों में पथराव, कई वाहन क्षतिग्रस्त
- Admin Admin
- Sep 27, 2024
- सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, पत्थरबाजों की तलाश में पुलिस
देहरादून, 27 सितंबर (हि.स.)। स्थानीय रेलवे स्टेशन पर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक प्रेम प्रसंग मामले को लेकर हिन्दू व मुस्लिम संगठन आमने-सामने आ गए और दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव हुआ। इस पत्थरबाजी में कई लोग चोटिल हुए हैं और कई गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस पत्थरबाजों की तलाश में जुटी हुई है।
दरअसल, गुरुवार की देर रात अजय सिंह पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी मोहल्ला अरेला वार्ड नंबर 6 दातागंज जिला बदायूं उत्तर प्रदेश और दातागंज बदायूं की ही 16 वर्षीय लड़की रेलवे स्टेशन देहरादून पर घूम रहे थे। आरपीएफ को संदिग्ध लगने पर पूछताछ की गई। पूछताछ में नाबालिग व युवक के सही जवाब न देने पर दोनों को आरपीएफ कार्यालय में बैठा लिया। दोनों शादी करना चाहते थे। लड़की के घर वालों से संपर्क करने पर पता चला कि वह अपने घर से एक दिन पूर्व बिना बताए देहरादून आई है, जिसकी गुमशुदगी बदायूं थाने में दर्ज है।
सूचना मिलने पर लड़की के परिजन और उत्तर प्रदेश पुलिस देहरादून पहुंच गई। इसी बीच हिंदूवादी और मुस्लिम संगठनों के लोग भी वहां पहुंच गए। दोनों के अलग-अलग संप्रदाय से संबंधित होने के कारण कुछ व्यक्तियों ने साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया। इसी बीच पथराव शुरू हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। मामला इतना बढ़ा कि पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ी। इसके बाद स्टेशन पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
घटना की जानकारी मिलने पर एसएसपी अजय सिंह ने पुलिस बल के साथ पहुंचे। अराजकता फैलाने का प्रयास करने वालों को पुलिस चिन्हित कर रही है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि रेलवे स्टेशन देहरादून में गैर प्रांत की नाबालिग लड़की के प्रकरण में विभिन्न समुदाय ने कानून एवं शांति व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की है। इस मामले में कोतवाली नगर देहरादून में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस घटना के संबंध में सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण