सफाई में लापरवाही पर होगी सख्त कार्यवाही, जिलाधिकारी  ने दिया अंतिम मौका

देहरादून, 28 दिसंबर (हि.स.)। जिलाधिकारी सविन बंसल ने नगर निगम कार्यालय में शहर की सफाई व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कूड़ा उठान कार्यों में जारी लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सफाई कार्यों में मानकों का पालन नहीं करने और प्रदर्शन में सुधार न होने पर संबंधित कंपनियों के खिलाफ विधिक और क्रिमिनल कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि सफाई कार्यों की समीक्षा के दौरान डीएम ने पाया कि कूड़ा उठाने वाली कंपनियां अपने निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले केवल 70 से 80 प्रतिशत कूड़ा ही उठाने में सफल हो रही हैं। उन्होंने इकोनवेस्ट और सनलाईट कंपनियों को 15 दिन का सशर्त अंतिम मौका दिया है। यदि प्रदर्शन में कोई सुधार नहीं हुआ तो इनके द्वारा संचालित वार्डों के लिए नई कंपनियों को टेंडर प्रक्रिया के तहत चुना जाएगा।

डीएम ने यह भी कहा कि सफाई व्यवस्था में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा और सफाई कार्यों की सख्त निगरानी की जाएगी। उन्होंने यह निर्देश भी दिया कि यदि किसी कंपनी द्वारा टेंडर में न्यूनतम धनराशि दी जाती है और मानकों का पालन नहीं किया जाता तो उसका टेंडर निरस्त कर दिया जाएगा।

इसके अतिरिक्त डीएम ने शीशमबाड़ा प्लांट की स्थिति का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि दिसंबर महीने में 6740 टन कूड़ा डिस्पोज़ल किया गया है और 500 टन कूड़ा प्रतिदिन शीशमबाड़ा पर आ रहा है। हालांकि उन्होंने शीशमबाड़ा कूड़ा डिस्पोज़ल कार्य के लिए निर्धारित कमिटमेंट को सही तरीके से न निभाने पर संबंधित कंपनी पर पैनल्टी लगाने के निर्देश दिए।

करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट को मजाक न बनाएं अधिकारी

डीएम ने कहा कि पीआईयू और अन्य अधिकारियों से कहा कि जन निवेश के करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट को मजाक न बनाएं। अगर कार्यों में गंभीरता नहीं दिखाई जाती तो अधिकारी अपने मूल विभाग में वापस चले जाएं। बैठक में मुख्य नगर आयुक्त नमामि बंसल, अपर नगर आयुक्त हेमंत, उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल आदि उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण

   

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