भवन मार्ग पर हड़ताल: श्रद्धालुओं को झेलनी पड़ी परेशानियां
- Rahul Sharma
- Nov 23, 2024
कटड़ा। स्टेट समाचार
भवन मार्ग पर पंचायत पुराना दारूड के निवासियों के साथ ही हजारों की संख्या में घोड़ा, पिट्ठू तथा पालकी के रूप में कार्य करने वाले मजदूर 72 घंटे की हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल के पहले ही दिन बाणगंगा से मिल्कवार क्षेत्र तक सभी निजी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद रहे। इस बीच, घोड़ा, पिट्ठू और पालकी मजदूरों ने अपनी सेवाएं स्थगित कर हड़ताल में भाग लिया, जिससे मां वैष्णो देवी यात्रा पर आए श्रद्धालुओं को पैदल ही यात्रा करनी पड़ी। हालांकि अर्धक्वारी से भवन तक बैटरी कार और हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध रहीं, लेकिन घोड़ा, पिट्ठू या पालकी की सेवाओं की अनुपलब्धता ने विशेष रूप से दिव्यांगों, बुजुर्गों, महिलाओं और मरीज़ श्रद्धालुओं को कठिनाई का सामना करने पर मजबूर कर दिया। हड़ताल के पहले दिन, पंचायत पुराना दारूड व्यापार मंडल कमेटी के सदस्य, ग्रामीण, और मजदूर बड़ी संख्या में एकत्रित होकर रोपवे परियोजना और श्राइन बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन करते दिखे। जलूस चरण पादुका मंदिर क्षेत्र से बाणगंगा, प्राचीन दर्शन ड्योढ़ी, अपर बाजार, मुख्य बाजार होते हुए कटड़ा के मुख्य बस अड्डे तक पहुंचा।
प्रदर्शन से यातायात में पड़ा व्यवधान
कटड़ा के मुख्य बस अड्डे पर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के विरोध प्रदर्शन के कारण वाहनों को मुख्य मार्गों पर रुकना पड़ा, जिससे लंबी कतारें लग गईं। श्रद्धालुओं को कटड़ा के मुख्य बस अड्डे तक पहुंचने के लिए वाहनों से उतरकर पैदल चलना पड़ा। किसी भी तरह की हिंसा रोकने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया।
व्यापार मंडल का रुख
पंचायत पुराना दारूड व्यापार मंडल के सदस्य डॉ. करण सिंह, सोहन सिंह, विक्रम सिंह, रमन सिंह, ओंकार सिंह, और अन्य ने स्पष्ट किया कि रोपवे परियोजना को किसी भी कीमत पर ताराकोट मार्ग पर लागू नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह धार्मिक आस्था और मां वैष्णो देवी की यात्रा के साथ खिलवाड़ है और इससे व्यापारी वर्ग को भी भारी नुकसान होगा।