जादवपुर : 14 और छात्रों को पुलिस ने किया तलब, थाने के सामने प्रदर्शन

कोलकाता, 18 मार्च (हि.स.)। जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर में हुए विवाद के मामले में जादवपुर थाने की पुलिस ने 14 और छात्रों तलब किया। इसके विरोध में एसएफआई और अन्य छात्र संगठनों के कार्यकर्ता एवं समर्थक एक बार फिर से सड़कों पर उतर आए हैं। प्रदर्शनकारियों ने गिरफ्तार सौम्यदीप महंत की रिहाई की भी मांग की है।

सूत्रों के अनुसार, एसएफआई और अन्य छात्र संगठनों के कार्यकर्ता एवं समर्थकों ने मंगलवार अपराह्न जादवपुर थाने के सामने विरोध प्रदर्शन जारी रखा। प्रदर्शन के कारण सड़क का एक हिस्सा अवरुद्ध हो गया। सड़कों पर पोस्टर लगाये गये। इस घटना से जादवपुर थाने के सामने तनाव का माहौल बन गया।

इस बीच पुलिस ने 14 नए छात्रों को तलब किया है। वे जादवपुर पुलिस स्टेशन में पुलिस पूछताछ का सामना कर रहे हैं। उन छात्रों को क्यों बुलाया गया? प्रदर्शनकारी यह सवाल उठाते हुए सड़कों पर उतर आए। उन्होंने जादवपुर पुलिस थाने तक मार्च किया और प्रदर्शन किया।

आरोप है कि जिन लोगों को बुलाया गया था उनमें से कई परिसर में नहीं थे। सौम्यदीप महंता उर्फ ​​उज़ान पर परिसर में शिक्षाबंधु के कार्यालय में आग लगाने का आरोप लगाया गया था। उन्हें गिरफ़्तार गया है। प्रदर्शनकारी उनकी बिना शर्त रिहाई की भी मांग कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि इस महीने की शुरुआत में जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर में एक वेबिनार बैठक को लेकर माहौल गरमा गया था। शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु को विश्वविद्यालय में रोका गया। इस बीच, दो छात्र भी घायल हो गए। कार्यवाहक कुलपति भास्कर गुप्ता घायल छात्र को देखने अस्पताल गए। उन्हें भी परेशान किया गया जिससे वह लंबे समय तक बीमार होकर अस्पताल में रहने के बाद सोमवार को विश्वविद्यालय ज्वाइन किया। हालांकि विश्वविद्यालय के भीतर गतिरोध अभी तक समाप्त नहीं हुआ है। वामपंथी छात्र कई मांगों को लेकर अपनी स्थिति पर अड़े हुए हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / गंगा

   

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