सोनीपत में अचानक हुई बरसात से गर्मी से राहत, किसानों की चिंता बढ़ी

सोनीपत, 10 अप्रैल (हि.स.)। सोनीपत

जिले में गुरुवार को अचानक दोपहर के बाद हुई बरसात ने जहां लोगों को भीषण गर्मी से

राहत दिलाई, वहीं किसानों के लिए यह मुसीबत बनकर आई। अनाज मंडियों में रखा गेहूं, जिसे

किसान प्यार से पीला सोना कहते हैं, बारिश के कारण भीग गया। नमी की वजह से गेहूं की

खरीद प्रक्रिया ठप हो गई, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

सोनीपत के साथ-साथ गन्नौर, खरखौदा, गोहाना, राई, मुरथल, सनपेड़ा और दातौली जैसे क्षेत्रों

में भी किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं।

दोपहर

बाद मौसम ने अचानक करवट ली और तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। अनाज मंडियों में

खुले में रखे गेहूं को बचाने की कोई व्यवस्था नहीं थी, जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना

पड़ा। मार्केट कमेटी की लापरवाही और बदइंतजामी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया। किसानों

का कहना है कि समय पर उचित इंतजाम किए जाते तो यह नुकसान टाला जा सकता था।

उधर

चंडीगढ़ मौसम विभाग ने 11 अप्रैल को भी हरियाणा और पंजाब में गरज के साथ तेज हवाएं

चलने तथा कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की चेतावनी दी है। अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान

में 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है। हालांकि, यह मौसमी बदलाव किसानों

के लिए फसल की गुणवत्ता और भंडारण को लेकर नई चुनौतियां खड़ी कर सकता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना

   

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