बिहार में गन्ना के उत्पादकता में वृद्धि एक चुनौती : कृष्णनंदन पासवान
- Admin Admin
- Feb 20, 2025
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समस्तीपुर, 20 फरवरी (हि.स.)।
बिहार में गन्ना बीज उत्पादन में वृद्धि विषय पर राज्यस्तरीय गन्ना किसान संगोष्ठी का आयोजन गुरुवार को को विद्यापति सभागार, ईख अनुसंधान संस्थान, पूसा (समस्तीपुर) में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का उदघाटन् कृष्णनंदन पासवान, मंत्री, गन्ना उद्योग विभाग के द्वारा किया गया।
मंत्री के द्वारा कृषि रोड मैप के अधीन चलाये जा रहें किसान संबंधी योजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि किसानों का आर्थिक उन्नति केन्द्र एवं राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होनें कहा कि देश के यशस्वी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी एवं बिहार के विकास पुरूष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कृषि एवं किसानों को सर्वोच्च प्राथमिकता दिया है। इसके लिए वे धन्यवाद के पात्र है। मंत्री द्वारा गन्ना किसानों के प्रयासों की सराहना की गयी। किसानों से गन्ना यंत्रिकरण योजना का अधिक से अधिक लाभप्राप्त करने के साथ गुड़ उद्योग प्रोत्साहन योजना अंतर्गत व्यापक पैमाने पर गन्ना की खेती करने को कहा गया। सभी किसानों से आग्रह किया गया कि अपने आस-पास के किसानों को भी गन्ने की खेती हेतु प्रोत्साहित करें। साथ ही चीनी मिलों में पेराई का दिन बढ़ाने के लिए चीनी मिलों को अतिरिक्त गन्ना की आवश्यकता है।
ईखायुक्त अनिल कुमार झा के द्वारा इस बात पर जोर दिया गया कि राज्य में गन्ना के क्षेत्र विस्तार तथा प्रति हेक्टेयर उपज को बढ़ाना आवश्यक है। इस हेतु सभी किसान वसंतकालीन गन्ना की अधिक से अधिक बुवाई करें ताकि आगामी पेराई सत्र में राज्य के चीनी मिलों को समूचित मात्रा में गन्ना उपलब्धता के साथ आपके जीवन में भी समृद्धि आये। उनके द्वारा बताया गया कि राज्य के गन्ना किसानों के हित में उनकी लागत में कमी लाने हेतु गन्ना यंत्रिकरण योजना को पहली बार कार्यान्वित कराया जा रहा है। गन्ना किसान इस योजना का भी लाभ अधिक से अधिक ले ताकि उनका गन्ना खेती का लागत कम हो सके एवं श्रमिक समस्या से निजात मिल सके। साथ ही गुड़ उद्योग प्रोत्साहन योजना का लाभ भी प्राप्त करने को कहा गया ताकि गन्ना फसल का पूरे राज्य में विस्तार हो सके।
गन्ना उद्योग विभाग द्वारा चलायी जा रही सभी योजनाओं के लिए ऑनलाईन पोर्टल केन केयर पोर्टल के माध्यम से पूर्ण पारदर्शिता के साथ किसानों का आवेदन प्राप्त किया जा रहा है। इससे किसानों को सभी प्रकार की सुविधा सिंगल विडों पर प्रदान हो सकेगा। विभाग द्वारा कृषि रौड मैप के अधीन कई नये पहल शुरू किये जा रहे हैं। इस क्रम में गुड़ प्रोत्साहन योजना का उल्लेख किया गया। उनके द्वारा बताया गया कि गैर चीनी मिल क्षेत्र के किसानों को अपने उत्पादित गन्ना के विक्रय में आसानी होगी तथा उन्हें स्वरोजगार का अवसर प्राप्त होगा।
संयुक्त निदेशक (ईख विकास), महेन्द्र प्रताप सिंह के द्वारा गन्ना यंत्रिकरण योजना के संबंध में उपस्थित किसानों को अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री गन्ना विकास योजना के विभिन्न घटकों पर मिलने वाले अनुदान तथा इसकी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। शुभारंभ किये गये ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से गन्ना विकास योजना के कार्यान्वयन के विभिन्न पहलुओं से किसानों को अवगत कराया गया। साथ ही गुड़ उद्योग प्रोत्साहन कार्यक्रम के बारे में भी जानकारी दिया गया।
कार्यक्रम में माननीय गन्ना मंत्री के द्वारा विभाग द्वारा कार्यान्वित गन्ना यंत्रिकरण योजना एवं बिहार राज्य गुड़ उद्योग प्रोत्साहन कार्यक्रम के तहत चयनित गन्ना किसान एवं गुड़ उद्यमियों को स्वीकृति पत्र का वितरण किया गया।
ईख अनुसंधान संस्थान, पूसा (समस्तीपुर) के वैज्ञानिकों डॉ नवनीत कुमार, डॉ अनिल कुमार एवं डॉ एस एन सिंह, वैज्ञानिक के द्वारा गन्ना उत्पादन में फसल विविधिकरण, गन्ना फसल में रोग प्रबंधन एवं गन्ना फसल में कीट प्रबंधन के लिए गन्ना किसानों एवं गुड़ उद्यमी को प्रशिक्षित किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / त्रिलोकनाथ उपाध्याय