हमें भौतिक और मानसिक दोनों तरीक़ों से स्वच्छ रहना चाहिए :प्रो आदेश कुमार

प्रयागराज, 20 सितम्बर (हि.स.)। मनुष्य चिन्तनशील और एक सामाजिक प्राणी है। इसी चिन्तन के कारण हम स्वच्छ रहना चाहते हैं। हमें भौतिक और मानसिक दोनों तरीक़ों से स्वच्छ रहना चाहिए। स्वच्छता मनुष्यता का आभूषण है। कूड़े को जलाने नहीं बल्कि उसके समुचित निस्तारण की कोशिश करनी चाहिए।

उक्त विचार राष्ट्रीय सेवा योजना, इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर के मध्य चलाए जा रहे “स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024” के अन्तर्गत विधि विभाग के अध्यक्ष प्रो.आदेश कुमार ने स्वयं सेविकाओं को स्वच्छता की शपथ दिलाने के उपरान्त व्यक्त किया।

इस अवसर पर वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष प्रो. ज्ञानेंद्र जौहरी ने कहा कि व्यक्ति को जीवन में आत्मनिर्भर होना चाहिए। हमें अपना परिवेश, वातावरण साफ़ रखना चाहिए। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक प्रो. राजेश कुमार गर्ग ने कहा कि स्वच्छता ही हमारा स्वभाव व संस्कार होना चाहिए। अतिथियों का स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मीनाक्षी ने किया। इस अवसर पर वृहद स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। स्वयंसेविकाओं ने गांधी भवन परिसर के आसपास की गंदगी को साफ़ कर एक जगह एकत्रित किया।

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

   

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