स्वामी विवेकानंद मिलन मेला : पांच दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन

कोलकाता, 06 जनवरी (हि. स.)। स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर पांच दिवसीय स्वामी विवेकानंद मिलन मेला का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले का आयोजन विवेकानंद पाठचक्र द्वारा किया जा रहा है, जबकि इसका सहयोग संस्कार भारती और सिमला व्यायाम समिति जैसे प्रतिष्ठित संगठनों द्वारा किया जाएगा। यह मेला 10 से 14 जनवरी तक सिमला व्यायाम समिति और काली सिंघी पार्क में स्वामी शिवमयानंद मंच पर आयोजित होगा। कार्यक्रम की निगरानी रामकृष्ण मिशन, स्वामी विवेकानंद के पैतृक आवास और सांस्कृतिक केंद्र द्वारा की जाएगी।

आयोजकों के अनुसार, मेले में विभिन्न सांस्कृतिक और आध्यात्मिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इनमें वैदिक मंत्रोच्चार, शास्त्रीय संगीत, कीर्तन, भजन, सामूहिक गायन, नृत्यांजलि और नाटक प्रमुख हैं। संगीत वाद्ययंत्र जैसे हारमोनियम, तबला, संतूर, पखावज और बांसुरी का विशेष प्रदर्शन होगा।

इसके साथ ही योगासन, लाठी खेल, चित्रकला प्रतियोगिता और प्रतिभाशाली व्यक्तियों को सम्मानित करने के कार्यक्रम भी होंगे। राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर स्वामी विवेकानंद की स्मृति में पदयात्रा भी आयोजित की जाएगी।

10 जनवरी को कार्यक्रम की शुरुआत विवेकानंद पाठचक्र के वैदिक मंत्रोच्चार से होगी। उद्घाटन संगीत मुकुलिका गोबरडांगा की ओर से प्रस्तुत किया जाएगा। उद्घाटन समारोह का नेतृत्व रामकृष्ण मठ और मिशन के सह-संघाध्यक्ष श्रीमद स्वामी गिरीशानंद करेंगे।

अध्यक्षता स्वामी विवेकानंद के पैतृक आवास के सचिव स्वामी ज्ञानलोकानंद करेंगे। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में अधिवक्ता अनिंद्य कुमार मित्रा, पूर्वांचल संस्कृति केंद्र के निदेशक आशीष गिरी और भारतीय संग्रहालय के सह-निदेशक डॉ. सायन भट्टाचार्य मौजूद रहेंगे।

11 जनवरी को युवा सम्मेलन, चित्रकला प्रतियोगिता और स्वामी विवेकानंद के विचारों पर चर्चा आयोजित होगी। इस चर्चा में वक्ता रहेंगे रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शताब्दी कॉलेज, रहड़ा के प्राचार्य स्वामी कमलास्थानंद, त्रिपुरा और मेघालय के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सुभाष सरकार और एमकेएआईएएस के निदेशक डॉ. स्वरूप प्रसाद घोष।

12 जनवरी को गायक पंडित कुमार बोस को सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही शास्त्रीय संगीत का आयोजन होगा। 13 जनवरी को अमिय कुमार मजूमदार स्मारक व्याख्यान दिया जाएगा, जिसमें वक्ता होंगे प्रोफेसर शक्ति प्रसाद मिश्र। इस दिन की अन्य गतिविधियों में कर्नाटक संगीत, कीर्तन और नाटक युगावतार श्रीरामकृष्ण का मंचन शामिल होगा।

14 जनवरी को संस्कार भारती द्वारा सामूहिक गायन के साथ भक्ति गीत, संगीत-नृत्यांजलि और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। यह पांच दिवसीय मेला स्वामी विवेकानंद के विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक अनूठा प्रयास है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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