हर एक युवा के लिए प्रेरणा स्रोत हैं स्वामी विवेकानंद: नीतू सिंह

कानपुर, 11 जनवरी (हि.स.)। स्वामी विवेकानंद ने दुनिया भर में भारतीय संस्कृति और आध्यात्म की जो मशाल जलाई है वह आज भी जल रही है। इसीलिए उन्हें आध्यात्मिक गुरु कहा जाता है। साधारण परिवार में जन्में विवेकानंद बहुत ही कम उम्र में सांसारिक मोह माया छोड़कर सन्यास ले लिया था। वह हर एक युवा के लिए प्रेरणा स्रोत है। ये बातें शनिवार को स्वामी विवेकानन्द की जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि नीतू सिंह ने कही।

स्वामी विवेकानन्द की जयंती की पूर्व संध्या पर शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की नगर इकाई ने विवेकानन्द संदेश यात्रा निकालकर राष्ट्रवादी विचारधारा को अपनाने का संदेश दिया। सभी से आग्रह किया गया कि स्वामी विवेकानन्द की तरह ही एक अच्छी दिशा में कार्य करते हुए अग्रसर हों, जिससे विश्व में नाम हो। यात्रा विद्यार्थी परिषद संगठन के प्रांत कार्यालय से प्रारंभ होकर कारगिल पार्क पहुंची। पार्क स्थित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि व बच्चों को संदेश देकर यात्रा का समापन किया गया, जिसमें हजारों छात्र-छात्राओं ने सहभाग किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप से शिक्षाविद नीतू सिंह, कानपुर प्रांत की उपाध्यक्ष डॉ. प्रियंका सिंह व मुख्य वक्ता के रूप में श्रेयांश अवस्थी, कार्यक्रम संयोजक राघवेंद्र दीक्षित, महानगर सहमंत्री माधव राजपूत, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य समीर सुमन, ओम नारायण त्रिपाठी, सूरज सिंह, अदिति ,सौम्या जायसवाल, अवनीश मिश्रा, सुशांत, कार्यालय मंत्री अश्विनी यादव व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / Rohit Kashyap

   

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