स्वास्थ्य जांच शिविर में 14 बच्चों में पाए गए फ्लोरोसिस के लक्षण

जाट शिविर में शामिल छात्राएं

रामगढ़, 21 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रीय फ्लोरोसिस नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत शुक्रवार को पतरातू प्रखंड के पब्लिक स्कूल, घुटवा में एक दिवसीय जांच शिविर का आयोजन किया गया। सिविल सर्जन डॉ० महालक्ष्मी प्रसाद एवं जिला नोडल पदाधिकारी राष्ट्रीय फ्लोरोसिस नियंत्रण कार्यक्रम डॉक्टर तूलिका रानी के नेतृत्व में लगे शिविर में विद्यालय के पानी के सैंपल में भी फ्लोराईड की जांच की गयी। यहां कुल 62 बच्चों के स्वास्थ्य जांच की गई।

शिविर में 62 बच्चे की जांच डॉ पल्लवी कौशल, जिला कंसल्टेंट एवं सीएचओ स्नेहा कुमारी ने की। कुल 20 बच्चों में जांच के बाद लक्षण पाए जाने पर उनके पेशाब का सैंपल लेकर लैब टेक्नीशियन जितेंद्र कुमार ने जांच के बाद 14 बच्चों में इस बीमारी कि पुष्टि की।

शिविर में जांच के साथ-साथ फ्लोरोसिस बीमारी से संबंधित जानकारी भी बच्चों और स्कुल के स्टाफ को दी गई। डॉ पल्लवी कौशल, जिला कंसल्टेंट एनपीपीसीएफ की ओर से बताया गया कि फ्लोरोसिस बीमारी पीने के पानी में अधिक मात्रा में पाये जाने वाले फ्लोरोसिस तत्व के कारण होती हैं। साथ ही साथ सेंधा नमक, काला नमक, लाल चाय के सेवन से भी फ्लोरोसिस की बीमारी की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने ये भी बताया कि सभी को अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जीयां, खट्टे फल जैसें संतरा, निबू, आवला एवं दूध से बने पदार्थ खाने की सलाह दी, जिससे की शरीर में फ्लोरोसिस इक्टठा नहीं होता हैं। बताया कि सदर अस्पताल में निःशुल्क कोई भी अपने पीने के पानी और पेशाब में फ्लोरोसिस बीमारी की जांच करवा सकता हैं। शिविर को सफल बनाने के लिए क्षेत्र की सीएचओ, ड्रेसर, सहिया एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों का विशेष योगदान रहा।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश

   

सम्बंधित खबर