प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जल संचय अभियान को जनांदोलन बनाने में जुटे सूरत के कपड़ा व्यापारी

- साकेत ग्रुप के बैनर तले सोसायटियों, टेक्सटाइल मार्केट क्षेत्र में हो रही ताबड़तोड़ बैठकें

सूरत, 24 नवंबर (हि.स.)। टेक्सटाइल हब के रूप में जाना जाने वाला सूरत अब जल संचय की दिशा में भी उदाहरण पेश करने की तैयारी में जुट गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैच द रेन अभियान को नई दिशा देते हुए, सूरत के कपड़ा व्यापारी इसे जनांदोलन बनाने में जुट गए हैं। साकेत ग्रुप के बैनर तले सूरत के कपड़ा बाजार समेत कपड़ा व्यापारियों के निवास वाले क्षेत्रों में इस संबंध में ताबड़तोड़ बैठक की जा रही हैं। सोसायटियों के प्रमुखों के साथ मिलकर जल संचय की योजना को मूर्त रूप देने के लिए काम शुरू किया गया है।

सूरत के कपड़ा बाजार में जल संरक्षण को जन आंदोलन बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। इसके तहत कपड़ा व्याारियों के निवासी क्षेत्र मॉडल टाॅउन के जैन नगर में एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें आस पास की सभी सोसाइटी के पदाधिकारियों के साथ प्रबुद्ध नागरिकों ने सक्रिय भागीदारी की। बैठक का मुख्य उद्देश्य विस्तार की सभी सोसाइटी में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लागू करना था। इस अभियान के दौरान राजस्थान युवा संघ अध्यक्ष विक्रम सिंह ने पानी की अहमियत को रेखांकित करते हुए कहा कि जल ही जीवन है। आज भारत में विश्व के हिसाब से 18% जन संख्या है और पानी केवल 4% ही है। हमें सुनिश्चित करना होगा कि हम वर्षा जल को संरक्षित करके भविष्य की आवश्यकताओं का प्रबंधन करें। रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग न केवल जल संरक्षण का माध्यम है, बल्कि यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षा कवच भी है।

साकेत ग्रुप के प्रेरक और मार्गदर्शक सांवर प्रसाद बुधिया ने इस पहल को देशव्यापी आंदोलन का रूप देने का आह्वान करते हुए कहा कि

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 'कैच द रेन' अभियान हम सभी के लिए एक प्रेरणा है। जल संचयन के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अपनाना न केवल पर्यावरण संरक्षण का हिस्सा है, बल्कि यह समाज और भविष्य की पीढ़ियों के प्रति हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है। इसके विस्तार के लिए हर नागरिक को इस पहल में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।

सूरत महानगर पालिका के स्लम कमेटी अध्यक्ष और विजय चौमाल ने सभी सोसायटियों में यह सिस्टम लगाने के लिए महानगर पालिका द्वारा हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया। बैठक में उपस्थित जैन नगर सोसाइटी के अध्यक्ष राजेंद्र शेखावत और समाज सेवी अखिलेश पारीक के साथ सभी लोगों ने संकल्प पत्र भरते हुए वादा किया कि वे अपने मार्केट और सोसाइटी में रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित करेंगे। उन्होंने इस अभियान को सफल बनाने के लिए साकेत ग्रुप को हरसंभव सहयोग करने का आश्वासन भी दिया।

गिरधारी सिंह ने बताया कि भारत में जल संकट तेजी से बढ़ रहा है। भूजल स्तर में गिरावट और वर्षा जल का अनियंत्रित बहाव इस समस्या को और गहरा बना रहे हैं। रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग न केवल जल संरक्षण का माध्यम है, बल्कि यह भूजल स्तर को सुधारने का भी एक प्रभावी उपाय है। प्रदीप पारीक ने प्रधानमंत्री मोदी के संदेश जहां पानी गिरे, वहीं उसे सहेजें को साकार करने के मॉडल टाउन विस्तार की, साकेत के साथ यह पहल अन्य शहरों और उद्योगों के लिए प्रेरणा बन सकती है।

अंत में रामअवतार पारीक ने तकनीकी रूप से समझाया कि वर्षा के जल को पुनः भूमि में उतारना ही एकमात्र उपाय है जिससे अधिकतम पानी में अधिकतम गुणवत्ता प्राप्त की जा सकती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय

   

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