विद्यार्थी परिषद ने पूर्वोत्तर के 25 प्रतिनिधि विद्यार्थियों का रेलवे स्टेशन पर किया स्वागत
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- Jan 23, 2025
—प्रतिनिधि वाराणसी में कार्यकर्ताओं के परिवार के साथ रहेंगे, शेष भारत की संस्कृति से परिचित होंगे
वाराणसी,23 जनवरी (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रकल्प 'अंतर राज्य छात्र जीवन दर्शन' की ओर से निकाली गई 'राष्ट्रीय एकात्मकता यात्रा'में गुरूवार को पूर्वोत्तर के 25 प्रतिनिधि विद्यार्थी पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पहुंचे। रेलवे स्टेशन पर परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रतिनिधि विद्यार्थियों का स्वागत किया। पीडीडीयू नगर (मुगलसराय) से दल को लेकर कार्यकर्ता वाराणसी आए।
परिषद के पदाधिकारियों के अनुसार प्रतिनिधि विद्यार्थी शहर में कार्यकर्ताओं के परिवार के साथ ही रहेंगे। साथ रहने से विद्यार्थी शेष भारत की संस्कृति से परिचित होंगे। दल उत्तर भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक विरासत के दर्शन के लिए काशी में है।
बताते चलें परिषद के अंतर-राज्य छात्र जीवन दर्शन यात्रा की शुरुआत सन् 1966 में हुई थी, जिसे हर वर्ष आयोजित किया जाता है। इस यात्रा के माध्यम से पूर्वोत्तर के विभिन्न जनजातियों के विद्यार्थियों को देश के विभिन्न प्रदेशों का भ्रमण करने का अवसर मिलता है, जहां वे देश की सांस्कृतिक एकता, भाषाई विविधता और शैक्षणिक परिवेश को समझते हैं। 22 जनवरी से 13 फरवरी 2025 तक आयोजित राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा 2025 में पूर्वोत्तर भारत के 256 छात्र एवं छात्राएं शेष भारत का भ्रमण करेंगे। इनमें से पूर्वोत्तर के 25 विद्यार्थियों का समूह बनारस में है। परिषद के काशी प्रांत मंत्री अभय प्रताप सिंह के अनुसार इस दल को काशी विश्वनाथ मंदिर, सारनाथ मंदिर और अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा। साथ ही, वाराणसी के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों काशी हिंदू विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से भी उनका परिचय कराया जाएगा। विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें उत्तर भारत की सांस्कृतिक धरोहर की झलक दिखाई जाएगी। इस समूह में मणिपुर से 03, मेघालय से 04, नागालैंड से 02, असम से 03, त्रिपुरा से 03, मिजोरम से0 4, अरुणाचल प्रदेश से 04 और सिक्किम से 02 विद्यार्थी शामिल हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी