जींद : सफीदों मंडी में बारिश में भीगा हजारों क्विंटल गेहूं

जींद, 10 अप्रैल (हि.स.)। जींद व आसपास के इलाकों में गुरूवार को हुई बारिश में सफीदों मंडी में हजारों क्विंटल गेहूं भीग गया। बारिश व तेज अंधड़ के कारण किसानों व आढ़तियों के माथे में चिंता की लकीरें साफ-साफ दिखाई पड़ रही थी। मंडी में सामान्य स्थिति थी और गेहूं की सरकारी एजेंसियों के द्वारा खरीद किए जाने की उम्मीदें जताई जा रही थी लेकिन सायं होते ही अचानक मौसम ने करवट ली और आसमान में चारो ओर काली घटाएं छा गईं। उसके बाद तेज तूफान आया और बारिश शुरू हो गई।

मौसम खराब होते ही आढ़तियों व किसानों ने अपनी फसल को तिरपाल ढककर उसे बचाने का प्रयास जरूर किया लेकिन उनके प्रयास नाकाफी रहे। क्योंकि सफीदों मंडी काफी मात्रा में गेहूं पड़ा है। जिसे तिरपाल के द्वारा कवर नामुमकिन है। बारिश के कारण मंडी में पड़ा हजारों क्विंटल भीग गया। मंडी में आई फसल में पहले ही नमी की मात्रा ज्यादा थी लेकिन इस बारिश के बाद नमी की मात्रा में अधिक वृद्धि हो गई है। बारिश को लेकर आढ़ती व किसान काफी परेशानी में नजर आए।

मंडी में जैसे ही बारिश शुरू हुई तो मंडी में अफरा-तफरी मच गई। आढ़तियों व किसानों ने गेहुं की ढेरियों पर तिरपाल ढकना शुरू किया लेकिन तुफान के कारण वे तिरपाल टिक नहीं पाए। उसके बाद आढ़तियों ने आनन-फानन में जेसीबी मशीन को मंगवाकर उसकी मदद से गेहूं को भीगने से बचाने के लिए उसे शैड के नीचे करवाया। आढ़तियों का कहना था कि सफीदों मंडी गेहूं से अटी पड़ी है और अभी तक खरीद शुरू नहीं हुई है। आढ़तियों को अभी तक बारदाना भी नही बांटा गया है। आढ़तियों ने सरकार से मांग की कि गेहुं की खरीद तत्काल शुरू करवाई जाए ताकि मंडी में सीजन सुख्चारू रूप से चल सके।

मार्केट कमेटी सचिव अनिल शर्मा ने बताया कि आढ़तियों को निर्देश दिए गए हैं कि खराब मौसम को देखते हुए वे तिरपाल व कैरेट की उचित व्यवस्था रखे। बारिश की स्थिति में किसानों की कृषि उपज को तिरपाल से ढक कर रखे व इस बात का ध्यान रखा जाए कि कृषि उपज गीली नहीं हो। निर्देशों की अवहेलना करने वाले आढ़तियों के विरुद्ध लाइसेंस की धारा के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा

   

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