प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे डॉक्टर दंपत्ति बर्खास्त, उप मुख्यमंत्री ने लिया था संज्ञान
- Admin Admin
- May 12, 2025

कानपुर, 12 मई (हि.स.)। गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (जीएसवीएम) के न्यूरो सर्जरी विभाग के सर्जन डॉ. राघवेंद्र गुप्ता और उनकी पत्नी डॉ. स्वाप्रित गुप्ता को बर्खास्त कर दिया गया है। दोनों पर प्राइवेट प्रैक्टिस करने का गम्भीर आरोप लगा था। इस पूरे मामले को उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बड़े ही गम्भीरता से लिया था।
सरकार द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक सरकारी अस्पतालों में सेवाएं देने का कोई भी डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं कर सकता है। बावजूद इसके मेडिकल कालेज के न्यूरो सर्जरी विभाग के सर्जन डॉ. राघवेंद्र गुप्ता और उनकी पत्नी स्वाप्रित गुप्ता लंबे समय से शासन के इस निर्देश का खुलेआम उलंघन कर रहे थे।
मेडिकल कालेज के सामने और फतेहपुर स्थित एक निजी अस्पताल में प्रैक्टिस कर रहे थे। जबकि शासन की ओर से उन्हें नवीन कार्य स्थल पर ज्वाॅनिंग के निर्देश भी दिए गए थे।
शासन के आदेश के बाद मंडलायुक्त की ओर से मामले में एलआईयू से डॉ. राघवेंद्र की रिपोर्ट मांगी गई थी। उसी आधार पर मुख्यमंत्री कार्यालय से कराई गई जांच और जिलाधिकारी की गोपनीय रिपोर्ट में डॉ. गुप्ता दोषी पाए गए थे।
इसके अलावा जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरि दत्त नेमि के खिलाफ कई अनियमितताएं करने और आरोपों के संबंध में अवगत कराते हुए कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा गया था। जिसमें उन पर लगे आरोपों के दृष्टिगत कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप