उप्र में आगामी दिनों मेें दिखेगा दक्षिणी पश्चिमी सर्द हवाओं का असर

कानपुर, 13 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में मानसून पूरी तरह से वापस हो गया है। अब मानसूनी बारिश नहीं होगी। मानसून वापसी के बाद उत्तर प्रदेश का मौसम शुष्क हो गया है और आसमान लगभग साफ होने लगा है। यह अलग बात है कि कहीं-कहीं पर निचले स्तर के बादलों की आवाजाही हो जाती है। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी दिनों में दक्षिण पश्चिमी सर्द हवाओं का असर उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में दिखेगा और रातें सर्द होने लगेंगी।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि इन दिनों अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोहरा मौसमी सिस्टम बना हुआ है। इन दोनों सिस्टमों से दक्षिण भारत से लेकर गुजरात और राजस्थान का मौसम प्रभावित होगा, जिसमें भारी बारिश से लेकर तूफान शामिल है। हालांकि उत्तर प्रदेश इन दोनों मौसमी प्रणालियों से दूर रहेगा और मानसून वापसी का असर दिखेगा। मानसून वापसी की रेखा झारखण्ड तक पहुंच चुकी है जिससे उत्तर प्रदेश में आगामी दिनों मौसम शुष्क रहेगा। रात के तापमान गिरेंगे लेकिन दिन के तापमान सामान्य से अधिक रहेंगे। इसके साथ ही जैसे ही सूर्य अपनी स्थिति बदलेगा तो दिन के भी तापमान गिरने लगेंगे। इसी बीच दक्षिणी पश्चिमी सर्द हवाएं उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में आने लगेंगी जिससे गुलाबी सर्दी पड़ने लगेगी। इस दौरान निचले स्तर के बादलों की आसमान में आवाजाही हो सकती है। इससे स्थानीय स्तर पर बूंदाबांदी के आसार हैं लेकिन तेज बारिश की संभावना नहीं है।

उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 31.4 और न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 81 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 60 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं शांत रहीं जिनकी औसत गति 3.4 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आगामी पांच दिनों में हल्के बादल छाये रहेंगे और सोमवार को स्थानीय स्तर पर बहुत हल्की वर्षा होने के आसार हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह

   

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