संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव, मंडलायुक्त ने तिरंगा रैली की अंतिम तैयारियों की समीक्षा की

संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव, मंडलायुक्त ने तिरंगा रैली की अंतिम तैयारियों की समीक्षा की


श्रीनगर 08 अगस्त । संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव बृज मोहन शर्मा और कश्मीर के मंडलायुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने 12 अगस्त को एसकेआईसीसी से बॉटनिकल गार्डन तक बुलेवार्ड रोड पर दस हज़ार से अधिक प्रतिभागियों की एक विशाल तिरंगा रैली के आयोजन से संबंधित तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए अधिकारियों की एक बैठक की संयुक्त अध्यक्षता की।

बैठक को संबोधित करते हुए प्रमुख सचिव ने एसकेआईसीसी और बॉटनिकल गार्डन में थीम आधारित सेल्फी पॉइंट स्थापित करने के निर्देश दिए जिसमें फ़ोटो अपलोड करने के लिए क्यूआर सुविधा भी हो। उन्होंने सेल्फी पॉइंट पर प्रतिभागियों को फ़ोटो अपलोड करने में सुविधा प्रदान करने के लिए एनसीसी स्वयंसेवकों की तैनाती पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने रैली मार्ग पर पेड़ों और पौधों के तनों पर थीम आधारित रंग चढ़ाने के निर्देश भी एसएमसी आयुक्त को दिए। इसके अलावा उन्होंने प्रतिभागियों को राष्ट्रीय ध्वज संहिता के सम्मान के प्रति जागरूक करने के लिए होर्डिंग लगाने पर भी ज़ोर दिया।

इस अवसर पर, संभागीय आयुक्त ने प्रतिभागियों के लिए परिवहन योजना की समीक्षा के साथ-साथ डल झील में शिकारा तिरंगा रैली की व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की।

उन्होंने रैली के मनोरम दृश्यों के प्रभावशाली प्रदर्शन के लिए शिकारों को तिरंगे से सजाने पर ज़ोर दिया।

इस बीच उन्होंने आयोजन स्थल पर पेयजल और बिजली की व्यवस्था की समीक्षा की और संबंधित विभागों को कई निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित विभागों को एसकेआईसीसी में थीम आधारित स्टॉल लगाने और प्रदर्शनी आयोजित करने के भी निर्देश दिए।

इसके अलावा मंडलायुक्त ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति, बीएसएफ के बैंड प्रदर्शन और वीवीआईपी व युद्ध नायकों के सम्मान समारोह की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने प्राथमिक चिकित्सा शिविर स्थापित करने और किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति के लिए एम्बुलेंस तैनात करने के भी निर्देश दिए।

कार्यक्रम प्रबंधक को वाटरप्रूफ टेंट, सीटों, मंच की व्यवस्था और एलईडी स्क्रीन लगाने के लिए विस्तृत व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया।

बैठक में निदेशक पुष्प कृषि, आयुक्त एसएमसी, सचिव एएसीएल, एडीसी श्रीनगर, एलसीएमए, एसआरटीसी, हथकरघा एवं हस्तशिल्प, पीएचई, केपीडीसीएल, आरएंडबी, पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ, सेना के अधिकारियों के अलावा जिला सैनिक कल्याण अधिकारी भी उपस्थित थे।

   

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