बिजनेसमैन सुसाइड मामले ने न्याय की गुहार लेकर किरोडी लाल से मिला मृतक का परिवार

बिजनेसमैन सुसाइड मामले ने न्याय की गुहार लेकर किरोडी लाल से मिला मृतक का परिवार

जयपुर, 11 मई (हि.स.)। करधनी थाना इलाके में अपार्टमेंट की 14वीं मंजिल से छलांग लगाकर सुसाइड करने वाले बिजनेसमैन (आर्किटेक्ट) की पत्नी रविवार को कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के घर पहुंचीं। उन्होंने मंत्री से मुलाकात कर न्याय दिलाने की मांग की।

बिजनेसमैन भारत कुमार सैनी की पत्नी वर्षा सैनी ने कहा कि उनके साथ धोखा हुआ है। उनके पति आरएएस अधिकारी मुक्ताराव से 39 लाख 60 हजार रुपए काम करने का पैसा मांगते थे। इन लोगों ने गलत एग्रीमेंट कर ससुर के साइन करवा लिए। ससुर को दिखाई भी कम देता है। वह उस दौरान परेशान भी थे, इसलिए साइन कर दिए। सच्चाई यह है कि जो पैसा आरएएस ने दिया, वह उनकी मजदूरी का पैसा था। मंत्री से मुलाकात के दौरान वर्षा के साथ उनके देवर अमित कुमार और ससुर भानुप्रताप भी थे। अमित कुमार ने कहा कि मैं केवल यह चाहता हूं कि मेरे भाई को न्याय मिलना चाहिए। मुक्ता मैडम जेल में चाहिए। उनको नौकरी से बर्खास्त करना चाहिए। किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि भरत कुमार सैनी की पत्नी, भाई और पिता आज यहां आए थे। मुक्ताराव के बारे में मैं कई बार बयान दे चुका हूं कि यह फर्जी टॉपर है। पैसा दिया है, यह बात सही है। लेकिन, अगर समय पर पैसा देते तो एक जान नहीं जाती। वर्षा का मन है कि उसे मुख्यमंत्री से मिलाया जाए, लेकिन अभी सीएम व्यस्त हैं। मैं वर्षा और उसके परिवार को सीएम से मिला दूंगा। वह चाहती हैं कि कानूनी कार्रवाई हो।

वर्षा सैनी ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा से मुलाकात ठीक रही। मैंने किरोड़ी लाल मीणा से रिक्वेस्ट की है कि मुझे इंसाफ मिले। मुझे पूरी उम्मीद है कि वह मुझे इंसाफ दिलाएंगे। मेरे पति ने सुसाइड नोट में यही लिखा है कि मेरे मरने के बाद मुझे इंसाफ मिले। वर्षा का कहना है कि घटना के बाद आपके ससुर ने 40 लाख रुपए लिए थे। इस पर वर्षा ने कहा- वह मुक्ता मैडम का खेल था। कोई समझौता नहीं हुआ। वह मेरे पति की मेहनत का पैसा बन रहा था। उन लोगों ने झूठ-पाखंड से साइन करवाए। जिस कागज पर साइन करवाए थे, वह कागज उनके लोगों के द्वारा लिखा गया था। पिताजी से साइन कराए। उनके पास चश्मा नहीं था। वह पढ़ नहीं पाए। साइन कर दिए। आप बताइए कि एक जवान बेटे की लाश सामने रहेगी, पिता उसे देखे या फिर उन कागजों को। मेरे पिता को इतना भ्रमित कर दिया था कि उन्होंने कुछ नहीं देखा। उस कागज पर साइन कर दिए। उसके लिए मेरे पिताजी आज भी पछता रहे हैं। कहते हैं मुझसे गलती हो गई। मुझे उस कागज को किसी से पढ़वा लेना था। मुझे न्याय चाहिए।

गौरतलब है कि 18 अप्रैल को करधनी के गोविंदपुरा निवासी बिजनेसमैन भारत कुमार सैनी (42) उर्फ सोनू ने रॉयल ग्रीन सोसाइटी अपार्टमेंट की 14वीं मंजिल से कूदकर सुसाइड किया था। जेब में मिले सुसाइड नोट में भारत ने आरएएस मुक्ताराव पर काम के पैसे नहीं देने का आरोप लगाया था। सुसाइड नोट के आधार पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

सम्बंधित खबर