कश्मीर में सीमा पर तनाव के बीच गुजरी पहली शांत रात

जम्मू, 11 मई (हि.स.)। करीब एक सप्ताह के बाद कश्मीर घाटी ने शनिवार रात को शांति का अनुभव किया। न तो ड्रोन की आवाज़ सुनाई दी, न लड़ाकू विमानों की गूंज, और न ही मिसाइलों की हलचल, ऐसे में यह रात हालिया तनाव भरे दिनों के बाद राहत भरी रही। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि शनिवार रात 11 बजे के बाद कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर किसी भी तरह का संघर्षविराम उल्लंघन दर्ज नहीं किया गया। यह राहत ऐसे समय में आई है जब हाल ही में पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकी लॉन्चपैड्स पर कार्रवाई की थी। शनिवार शाम को घाटी के कुछ इलाकों में बड़ी संख्या में ड्रोन उड़ते देखे गए थे, जिससे तनाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही थी। हालांकि रात होते-होते आसमान शांत हो गया। इस बीच भारत और पाकिस्तान ने एक अहम राजनयिक पहल के तहत नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सभी सैन्य गतिविधियों को रोकने पर सहमति जताई है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि दोनों देशों के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों ने भूमि, आकाश और समुद्रकृतीनों क्षेत्रों में सैन्य कार्रवाइयों को शनिवार शाम 5 बजे से रोकने का निर्णय लिया है। यह समझौता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से हुआ है। उन्होंने इसे ष्पूर्ण और तात्कालिकष् संघर्षविराम बताते हुए कहा कि अमेरिका के प्रयासों से दोनों देशों ने तनाव कम करने का फैसला लिया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अश्वनी गुप्ता

   

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