पहला ,दूसरा और अब तीसरा चरण भी हुआ पूरा... अब नतीजे बताएंगे किसकी हवा चली, और किसकी हवा निकल गई

विधानसभा चुनाव का तीसरा और अंतिम चरण सात जिलों की 40 सीटों पर मतदान के साथ समाप्त हो गया। जनता ने फैसला ईवीएम में बंद कर दिया है।और  फैसला किसके हक में जाएगा, इसके लिए आठ अक्तूबर तक सभी दलों के पर्त्याक्षियों को इंतजार करना होगा। अब नतीजे ही बताएंगे कि किसकी हवा चली और किसकी हवा निकल गई ।मंगलवार को जम्मू संभाग की 24 और कश्मीर क्षेत्र की 16 सीटों पर भारी मतदान हुआ। इनमें करीब एक दर्जन सीटें ऐसी रहीं, जिन पर सभी की नजरें टिकी हैं। तीसरे चरण की बात करें तो जम्मू की 11, सांबा की तीन, ऊधमपुर की चार, कठुआ की छह, बांदीपोरा की तीन, बारामुला की सात और कुपवाड़ा की छह सीटों पर मतदान हुआ

 

 

कश्मीर संभाग में नेकां-कांग्रेस गठबंधन और पीडीपी को इस बार जमात से जुड़े प्रत्याशियों, अवामी इत्तेहाद पार्टी और अपनी पार्टी व निर्दलीयों से लगभग हर सीट पर टक्कर मिली। वहीं जम्मू संभाग में सभी सीटों पर भाजपा की टक्कर नेकां-कांग्रेस गठबंधन से रही। इन सीटों पर कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। इसमें पूर्व डिप्टी सीएम ताराचंद, पूर्व मंत्री शाम लाल, पूर्व मंत्री अजय सडोत्रा, पूर्व मंत्री योगेश साहनी, पूर्व मंत्री रमण भल्ला समेत इंजीनियर रशीद के भाई खुर्शीद और आतंकी अफजल गुरु के भाई एजाज गुरु भी शामिल है।


सांबा की सीट पर दिग्गजों के बीच रहा मुकाबला


सांबा जिले की तीन सीटों पर मतदान था। इनमें दो सीटों पर सभी की नजरें टिकी हैं। सांबा से भाजपा के पूर्व मंत्री सुरजीत सलाथिया, कांग्रेस के कृष्ण देव सिंह मैदान में लड़ाई में थे। यहां निर्दलीय रविंद्र सिंह ने मुकाबले को त्रिकोणीय बनाया है। विजयपुर सीट पर भाजपा के पूर्व मंत्री चंद्रप्रकाश गंगा और नेकां के राजेश कुमार के बीच मुकाबला रहा। रामगढ़ से कांग्रेस के पूर्व मंत्री यशपाल कुंडल और भाजपा से पूर्व मंत्री डॉ. देवेंद्र मन्याल के बीच मुकाबला रहा।


कश्मीर की सोपोर बारामुला,लंगेट,हंदवाड़ा और लंगेट रही हॉट सीट


बारामुला सीट पर पूर्व उप मुख्यमंत्री मुजफ्फर हुसैन बेग निर्दलीय मैदान में रहे। पीडीपी ने मोहम्मद रफीक राथर, कांग्रेस ने मीर इकबाल अहमद और अपनी पार्टी ने शब्बीर अहमद लोन को उतारा था। लड़ाई पीडीपी, नेकां और निर्दलीय हुसैन बेग के बीच रही। इसी तरह हंदवाड़ा सीट पर पीपुल्स कांफ्रेंस के सज्जाद गनी लोन और नेकां के चौधरी मोहम्मद रमजान के बीच लड़ाई रही। 


भाजपा ने भी यहां से गुलाम मोहम्मद मीर को मैदान में उतारा था लेकिन वह लड़ाई में कहीं नहीं दिखे। इसी तरह लंगेट से इंजीनियर रशीद के भाई खुर्शीद फाइट करते दिखे। उनका मुकाबला पीपुल्स कान्फ्रेंस के इरफान पंडितपुरी के साथ रहा। सोपोर सीट पर संसद हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु के भाई एजाज गुरु के मैदान में आने से समीकरण बिगड़ गए। यहां एजाज का कांग्रेस के अब्दुल रशीद और पीडीपी के इरफान अली के साथ त्रिकोणीय मुकाबला दिखा।
जम्मू के कुछ क्षेत्रों में कांग्रेस तो कई जगह पर भाजपा भारी पड़ती नजर आई

वर्ष 2014 में जम्मू जिले की दस में आठ सीटें भाजपा ने जीतीं। परिसीमन के बाद हुए बदलाव में अब ये सीटें 11 हो गई हैं। इन पर भाजपा और कांग्रेस में पूरी जोर आजमाइश रही। जम्मू पूरब सीट पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री योगेश साहनी और भाजपा के युद्धवीर सेठी के बीच कांटे की टक्कर दिख रही। 


कुछ क्षेत्रों में भाजपा तो कुछ जगहों पर कांग्रेस भारी पड़ती नजर आई। इसी तरह जम्मू नॉर्थ से 17 उम्मीदवार मैदान में रहे लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा के पूर्व मंत्री शाम लाल शर्मा और नेकां-कांग्रेस गठबंधन से पूर्व मंत्री अजय सडोत्रा के बीच रहा। जम्मू पश्चिम सीट से भाजपा के अरविंद गुप्ता तो कांग्रेस के मनमोहन सिंह के बीच मुकाबला रहा। 

 
आरएसपुरा-जम्मू दक्षिण सीट पर कांग्रेस के कार्यवाहक प्रधान रमण भल्ला और भाजपा के डॉ. नरेंद्र सिंह रैना के बीच ही जबरदस्त टक्कर रही। कई सीटों पर हार-जीत का अंतर बहुत कम हो सकता है। बाहु सीट पर भाजपा के पूर्व एमएलसी विक्रम रंधावा और कांग्रेस के तरणजीत सिंह टोनी आमने-सामने रहेऔर कांटे की टक्कर दिख रही है 

नगरोटा में मुकाबला भाजपा के देवेंद्र राणा, कांग्रेस के बलबीर और नेकां के जोगेंद्र सिंह के बीच त्रिकोणीय दिख रहा है। सुचेतगढ़ सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस के भूषण लाल और भाजपा के गारू राम के बीच रहा। वहीं उधमपुर पश्चिम से भाजपा के पूर्व मंत्री पवन गुप्ता और कांग्रेस के सुमित मगोत्रा के बीच टक्कर रही।


 
यहां अधिकतर इलाकों खासकर रिहायशी में भाजपा के पक्ष में माहौल दिख रहा है । अखनूर सीट पर भाजपा के मोहनलाल व कांग्रेस के अशोक कुमार के बीच ही मुकाबला दिख रहा है । बिश्नाह सीट पर भाजपा के राजीव और कांग्रेस के नीरज के बीच मुख्य लड़ाई रही। छंब सीट पर कांग्रेस ने पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद को उम्मीदवार बनाया है, तो भाजपा ने पूर्व विधायक राजीव कुमार को मैदान में उतारा गया है । इस मुकाबले को कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ रहे पूर्व सांसद मदन लाल के बेटे सतीश शर्मा और भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे नरेंद्र सिंह भाऊ ने मुकाबला दिलचस्प बना दिया है मढ सीट पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री मूला राम और भाजपा के सुरेंद्र कुमार के बीच चनावी जंग रही। निर्दलीय उम्मीदवार मोहन लाल कैंथ ने कई पोलिंग बूथ पर प्रभाव छोड़ा।

   

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