वनाग्नि की रोकथाम के लिए नियंत्रित फुकान

नैनीताल, 11 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा ग्रीष्मकाल में वनों को अग्निकांड से बचाने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के निर्देशों पर अमल करते हुए नैनीताल जिले में वन विभाग व प्रशासन द्वारा व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है। नैनीताल वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि हल्द्वानी-नैनीताल मार्ग सहित वनाग्नि की दृष्टि से संवेदनशील सभी क्षेत्रों में फायर ड्रिल की जा रही है। इसके अंतर्गत सड़क किनारे गिरे सूखे पत्ते और विशेष रूप से पिरूल को नियंत्रित फुकान कर हटाया जा रहा है ताकि आग की संभावना को न्यूनतम किया जा सके। उन्होंने बताया कि यह कार्यवाही केवल मुख्य मार्गों तक सीमित नहीं है बल्कि वन क्षेत्रों में भी विभाग की टीमें लगातार सक्रिय हैं।

वन विभाग द्वारा जागरुकता अभियानों के माध्यम से ग्रामीणों व स्थानीय लोगों को भी सतर्क किया जा रहा है, ताकि वे समय रहते वनाग्नि की घटनाओं को पहचान कर विभाग को सूचित करें। विभागीय टीम जंगलों में आग पर नियंत्रण के लिए सुसज्जित उपकरणों और संसाधनों के साथ तैयार हैं। वन विभाग का लक्ष्य इस वर्ष वनाग्नि की घटनाओं को शून्य तक सीमित करना है। वनाधिकारी ने लोगों से अपील की है कि वे वन क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की आगजनी गतिविधियों से बचें और आग लगने की स्थिति में तत्काल वन विभाग या प्रशासन को सूचित करें, ताकि वनों की जैव विविधता व संपदा की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी

   

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