नई महानगर पालिकाओं को नगर विकास का रोडमैप तैयार करने का सरकार ने काम सौंपा
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- Jan 11, 2025
- राज्य की नवगठित 9 महानगर पालिकाओं की कार्यशाला काे मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने किया संबाेधित
गांधीनगर, 11 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि राज्य के इतिहास में एक साथ 9 नगर पालिकाओं को महानगर पालिकाओं में रूपांतरित करने का निर्णय योजनाबद्ध शहरी विकास के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों में अब विकास के प्रति जागृति आई है। इतना ही नहीं, लोगों को आज के बदलते युग में पब्लिक डिलीवरी और सर्विसेज भी प्रभावशाली ढंग से चाहिए। मुख्यमंत्री हाल ही में नवगठित 9 महानगर पालिकाओं के आयुक्तों, प्रशासकों तथा अन्य अधिकारियों की शनिवार को गांधीनगर में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता करते कर रहे थे।
भूपेंद्र पटेल ने कहा कि इन नौ नगर पालिकाओं के महानगर पालिका में रूपांतरण काल (ट्रांजिशनल पीरियड) के दौरान नागरिकों को प्राप्त सभी सेवा-सुविधाएं पूर्ववत मिलती रहें। इस उद्देश्य से नवगठित महानगर पालिकाओं की प्रशासनिक क्षमता में वृद्धि, दैनिक प्रशासनिक कामकाज में उचित मार्गदर्शन तथा मैनपावर ट्रेनिंग के लिए राज्य की मौजूदा पांच बड़ी महानगर पालिकाओं को एक वर्ष तक नई महानगर पालिकाओं की मेंटर के रूप में रखने का निर्णय किया गया है।
पटेल ने कहा कि महानगर पालिकाओं का गठन होने के बाद नागरिकों को स्पष्ट दिखाई दें व बदलाव का अहसास कराने के लिए सड़क-मार्ग, जल, ड्रैनेज, लाइट तथा बाग-बगीचे जैसे सुविधाकारी कार्य शुरू करने का दायित्व नवनियुक्त महानगर पालिका आयुक्तों को निभाना है। उन्होंने कहा कि नई महानगर पालिकाएं अपने नगरों के विकास का रोडमैप तैयार करें। इतना ही नहीं, विकास कार्यों के लिए धन की आवश्यकता के बारे में भी राज्य सरकार को बताएं। उन्हाेंने इस संदर्भ में कहा कि विकास कार्यों के लिए धन की कभी कोई कमी न रहे, ऐसा वित्तीय प्रबंधन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गुजरात ने किया है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रत्येक नवगठित महानगर पालिका को प्रशासनिक क्षमतावर्धन, कार्यालय सुदृढ़ीकरण तथा अन्य सुविधाओं के लिए 10 करोड़ रुपये एवं शहरी सफाई-स्वच्छता सहित नगर सौंदर्यीकरण कार्यों के लिए 10 करोड़ रुपये सहित कुल 20 करोड़ रुपये के अनुदान आवंटन को मंजूरी भी दी। उन्होंने कहा कि इन महानगर पालिकाओं में विकास कार्यों की प्रतिस्पर्धा हो। इतना ही नहीं, शहरी जन सुख-सुविधा कार्यों के लिए नागरिकों की अपेक्षा को संतुष्ट करने वाला वाणी, आचरण, व्यवहार भी नई टीम से अपेक्षित है।
इस एक दिवसीय कार्यशाला में गुजरात शहरी विकास संस्थान के महानिदेशक आई. पी. गौतम ने शहरों के भविष्योन्मुखी आयोजन तथा विकास की संभावनाओं पर मार्गदर्शक व्याख्यान दिया। शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव अश्विनी कुमार ने कहा कि इस कार्यशाला में राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में शहरी विकास को गति देने वाले त्वरित निर्णय किए हैं। मुख्यमंत्री ने 9 महानगर पालिकाओं के गठन की घोषणा के बाद अल्पकाल में ही महानगर पालिका आयुक्त सहित आवश्यक मैनपावर उपलब्ध कराकर फुल फ्लेज्ड महानगर पालिकाएं शीघ्रतापूर्वक कार्यरत की हैं। अब, उन्होंने मौजूदा महानगर पालिकाओं काे नई महानगर पालिकाओं के हैंड होल्डिंग से कैपेसिटी बिल्डिंग भी तेजी से करने का आयोजन किया है। महानगर पालिका प्रशासन आयुक्त राज कुमार बेनीवाल ने अपने संबोधन में सभी का स्वागत किया। कार्यशाला में नवनियुक्त मनपा आयुक्त, प्रशासक कलेक्टर व अधिकारी तथा मौजूदा मनपा आयुक्त सहभागी हुए।
राज्य सरकार के अनुसार अहमदाबाद महानगर पालिका नवगठित नडियाद व सुरेन्द्रनगर महानगर पालिकाओं की मेंटर, वडोदरा महानगर पालिका नवगठित आणंद महानगर पालिका की मेंटर, सूरत महानगर पालिका नवगठित वापी व नवसारी महानगर पालिकाओं की मेंटर, राजकोट महानगर पालिका नवगठित मोरबी व गांधीधाम महानगर पालिकाओं की मेंटर, जामनगर महानगर पालिका नवगठित पोरबंदर महानगर पालिका की मेंटर तथा गांधीनगर महानगर पालिका नवगठित मेहसाणा महानगर पालिका की मेंटर के रूप में कार्यरत रहेंगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय