एक कमरे के कोने में संचालित हो रही नगर पंचायत गुप्तकाशी

रुद्रप्रयाग, 20 मार्च (हि.स.)। नगर पंचायत गुप्तकाशी को अस्तित्व में आये एक माह हो गया है, पर अभी तक न भवन मिला न कर्मचारी। नगर पंचायत का संचालन ग्राम पंचायत के पुराने भवन के एक कमरे के कोने में चल रहा है, जहां एक कुर्सी व मेज लगी है। नगर पंचायत के लिए अधिशासी अधिकारी व अन्य पदों पर भी तैनाती नहीं हो पाई है, इन हालातों में आगामी केदारनाथ यात्रा में साफ-सफाई, शौचालय और पार्किंग व्यवस्थाएं कैसे संचालित होंगी, इसका जवाब किसी के पास नहीं है।

केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव व केदारघाटी के सबसे बड़े व्यवसायिक केंद्र गुप्तकाशी को बीते वर्ष नगर पंचायत का दर्जा मिल गया था। इस वर्ष जनवरी में हुए निकाय चुनाव में यहां विश्वेश्वरी देवी पहली अध्यक्ष भी निर्वाचित हो चुकी हैं। चार वार्डों में बंटी नगर पंचायत का संचालन ग्राम पंचायत के पुराने भवन के एक कमरे के एक कोने में हो रहा है। यहां, एक किनारे पर ग्राम विकास अधिकारी का कार्यालय संचालित हो रहा है और दूसरे कोने पर नगर पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी व मेज लगी है। साथ ही दो अन्य कुर्सियां भी रखी गई हैं।

शासन स्तर पर अभी तक नगर पंचायत में ईओ सहित अन्य पदों पर अधिकारी-कर्मचारियों की तैनाती भी नहीं की गई है। यहां, केदारनाथ नगर पंचायत के ईओ अतिरिक्त प्रभार देख रहे हैं। कांग्रेस के मनरेगा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक बगवाड़ी का कहना है कि नगर पंचायत का दर्जा मिलने और निकाय चुनाव के बाद गुप्तकाशी में जनसुविधाओं की बेहतरी के लिए कार्य होने की उम्मीद जगी थी। लेकिन, ऐसा होता नहीं दिख रहा है।

मदन सिंह रावत, निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य गणेश तिवारी आदि का कहना है कि, सरकार ने नगर पंचायत का दर्जा व चुनाव कराकर इतिश्री कर दी है। जिस तरह से हालात हैं, लग रहा है कि गुप्तकाशी कहीं नाम की नगर पंचायत न रह जाए। इधर, नगर पंचायत की अध्यक्ष विश्वेश्वरी देवी ने बताया कि जिस भवन में कार्यालय संचालित होता है, वहां जल्द ही सभी व्यवस्थाएं कर दी जाएंगी। केदारनाथ यात्रा को लेकर व्यापारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर जरूरी सुविधाओं के लिए रूपरेखा तैयार की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति

   

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