सोना–चांदी का बढ़ता भाव भी नहीं डाल पाएगा सराफा बाजार पर असर

- पिछले वर्ष की तुलना में अधिक बिक्री होने का अनुमान

कानपुर, 28 अक्टूबर (हि.स.)। सोना–चांदी के दामों में बीते दिनों इजाफा हुआ है, जिससे संशय बना है कि कहीं अबकी बार धनतेरस में सराफा बाजार कमजोर न पड़ जाए। इस पर सराफा कारोबारियों का कहना है कि सोना–चांदी का बढ़ता भाव भी किसी प्रकार से बाजार पर असर नहीं डाल पाएगा। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछली बार की अपेक्षा इस बार अधिक लोगों ने आभूषणों को पसंद कर अग्रिम रुपया दे दिया है। यह भी माना जा रहा है कि पिछले वर्ष की तुलना में अबकी बार अधिक बिक्री होगी।

धनतेरस को लेकर इन दिनों बिरहाना रोड, चौक, गोविंद नगर, आर्य नगर, स्वरूप नगर, शास्त्री नगर व लाल बंगला सहित अन्य सराफा बाजारों में रौनक दिखने लगी है। शोरुमों में लोग सोने, चांदी के सिक्के व आभूषण पसंद करने लगे हैं। सराफा कारोबारियों के अनुसार बहुत से ग्राहकों ने आभूषण पसंद कर अग्रिम रुपया भी दे दिया है। अब वे धनतेरस के दिन पूरा पैसा देकर खरीदारी करेंगे। बाजार में इस बार नई वैराइटी और डिजाइन के सिक्के भी हैं। इनमें बरगद का पेड़, तराजू, शंख की छाप वाले रंगीन सिक्के भी बाजार में ग्राहकों के लिए उपलब्धक हैं। इस बार भगवान की फोटो वाले सिक्के खरीदने वालों का रुझान कम है लेकिन दस ग्राम के ठोस शुद्ध चांदी और सोने के सिक्कों की मांग बढ़ी है।

पांच सौ करोड़ की बिक्री का अनुमान

कानपुर महानगर सराफा एसोशिएसन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने सोमवार को बताया कि सोने की बिक्री में पिछले वर्ष की तुलना में 40 फीसदी की वृद्धि होने की उम्मीद है, जिसमें लगभग 200 किलोग्राम सोना बेचे जाने का अनुमान है। इसी तरह, चांदी की बिक्री में भी 50 फीसदी की वृद्धि होने की उम्मीद है। लगभग दो टन चांदी बिकने का अनुमान है। पंकज ने कहा कि पांच सौ करोड़ से अधिक बिक्री होने का अनुमान है। कानपुर महानगर सराफा एसोशिएसन के महामंत्री अशोक बाजपेई ने बताया कि बाजार पूरी तरह से सज चुका है और सभी को यह उम्मीद है कि यह त्योहारी सीजन ग्राहकों और व्यापारियों के लिए समृद्धि और सफलता लेकर आएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह

   

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