आदि गुरु शंकराचार्य की पावन गद्दी जाेशीमठ के श्रीनृसिंह मंदिर पहुंची, शीतकालीन पूजाएं शुरू
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- Nov 19, 2024
- मां भुवनेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना में शामिल हुए रावल, धर्माधिकारी व वेदपाठी
पांडुकेश्वर/ जोशीमठ, 19 नवंबर (हि.स.)। सेना के बैंड और बद्रीविशाल के उदघोष के साथ आदि गुरु शंकराचार्य की पवित्र गद्दी योग बद्री पांडुकेश्वर से प्रस्थान कर मंगलवार दोपहर बाद श्रीनृसिंह मंदिर जोशीमठ स्थित गद्दी स्थल पहुंच गई। इसी के साथ योग बद्री पांडुकेश्वर और नृसिंह मंदिर जोशीमठ में शीतकालीन पूजाएं भी शुरू हो गईं। इस अवसर पर श्रीनृसिंह मंदिर को फूलों से सजाया गया था। इसी के साथ इस यात्रा वर्ष की बद्रीनाथ धाम यात्रा का समापन हो गया है।
पूर्व तय कार्यक्रम के अनुसार 18 नवंबर को पांडुकेश्वर प्रवास के बाद मंगलवार को इससे पहले प्रात: दस बजे आदि गुरु शंकराचार्य की पवित्र गद्दी को बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने योग बद्री पांडुकेश्वर से श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ के लिए रवाना किया। इस अवसर पर पुजारी राजेंद्र डिमरी, परमेश्वर डिमरी, थाना प्रभारी विनोद रावत, प्रबंधक नवीन भंडारी और राजदीप सनवाल भी मौजूद रहे। आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी के साथ रावल अमरनाथ नंबूदरी, स्वामी मुकुंदानंद महाराज, सहित बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान वेदपाठी रविंद्र भट्ट, नायब रावल सूर्यराग नंबूदरी , स्वामी आत्मानंद, मीडिया प्रभारी डाॅ. हरीश गौड़, पूर्व दफेदार कृपाल सनवाल प्रभारी दफेदार कुलानंद पंत, देवेन्द्र पंवार, विकास सनवाल हर्षमणि सती, रघुवीर पुंडीर श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंचे। श्री नृसिंह मंदिर में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी व प्रभारी अधिकारी गिरीश चौहान ने आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी और आगंतुक अतिथियों की अगवानी की। इसके बाद श्री नृसिंह मंदिर परिसर में रावल, धर्माधिकारी वेदपाठी ब्राह्मणों संतों ने गणेश भगवान, नृसिंह का आव्हान कर यात्रा समापन पूजा संपन्न की।
इससे पहले सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) कैंप में प्रभारी सेनानायक सीआर मीना सहित सभी जवानों अधिकारियों ने आदि गुरु शंकराचार्य गद्दी के दर्शन किये। रावल को पालकी में बैठाकर कैम्प तक ले गये और स्वागत किया। इस अवसर पर रावल, धर्माधिकारी, वेदपाठी ने बीआरओ के योगदान को सराहा एवं साधुवाद दिया।इसके अलावा स्वामी धरनीधर महाराज आश्रम मारवाड़ी और श्रद्धालुओं ने अपने प्रतिष्ठान में देव डोली का पुष्प वर्षा से स्वागत किया।
इसके पश्चात रावल अमरनाथ नंबूदरी सहित धर्माधिकारी वेदपाठी, मंदिर समिति के अधिकारी गढ़वाल स्काट जोशीमठ स्थिति मां भुवनेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना में शामिल हुए और रेजीमेंट को भगवान बद्रीविशाल का आशीष प्रदान किया।
इस अवसर पर सेनानायक कर्नल शांतनु वौरी, सूबेदार मेजर नारायण सेना पंडित वीके दुबे सहित गढ़वाल स्काट के अधिकारी एवं समस्त जवान मां भुवनेश्वरी तथा भगवान बद्रीविशाल की पूजा में शामिल हुए।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डाॅ हरीश गौड़ ने बताया कि उद्धव और कुबेर शीतकाल में योगबद्री पांडुकेश्वर प्रवास करेंगे। नृसिंह मंदिर में आदि गुरु शंकराचार्य की डोली के स्वागत अवसर पर मंदिर समिति सदस्य भास्कर डिमरी, भाजपा नेता सुभाष डिमरी,वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी विजेंद्र बिष्ट, अवर अभियंता गिरीश रावत प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट एवं विवेक थपलियाल, राजेंद्र सेमवाल नृसिंह मंदिर प्रभारी संदीप कपरवाण,जगमोहन बर्त्वाल, संतोष तिवारी, लेखाकार भूपेंद्र रावत,प्रबंधक भूपेंद्र राणा, पुजारी हनुमान प्रसाद डिमरी,प्रबंधक अजय सती, अनसुया नौटियाल, सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु तथा देव पुजाई समिति के सदस्य मंदिर समिति अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार